ग्वालियर: शिकंजा कसते देख उतारे बोर्ड अब ढूंढ रहे बचने के बहाने !
शिकंजा कसते देख उतारे बोर्ड अब ढूंढ रहे बचने के बहाने
Gwalior Health News:बिना पंजीयन क्लीनिक खोलकर निजी प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सकों पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय का शिकंजा कसते ही न केवल बोर्ड उतार लिए गए बल्कि नोटिस का जवाब देने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहे हैं।
- बिना पंजीयन क्लिनिक खोलकर बैठने वाले सरकारी चिकित्सकों का मामला
- पांच क्लीनिक का संचालन करने वाले चिकित्सकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया
ग्वालियर। बिना पंजीयन क्लीनिक खोलकर निजी प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सकों पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय का शिकंजा कसते ही न केवल बोर्ड उतार लिए गए बल्कि नोटिस का जवाब देने के लिए झूठी कहानी गढ़ रहे हैं। क्लीनिक का पंजीयन कराने के लिए आवेदन करने के बाद कई चिकित्सक इसे ही पंजीयन मानकर खुश हो रहे हैं। उनका कहना है कि अब उन्होंने पंजीयन करा लिए हैं, लेकिन सीएमएचओ कार्यालय तक महज आवेदन पहुंचे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से पांच चिकित्सकों को बिना पंजीयन क्लीनिक संचालित करने पर नोटिस जारी किए थे। नोटिस जारी होने के बाद सकते में आए चिकित्सकों ने आनन-फानन में पंजीयन के लिए आवेदन कर दिए। लेकिन पंजीयन हुए बिना ही वह क्लीनिक पर प्रैक्टिस करने की तैयारी कर रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.आरके राजौरिया का कहना है कि नियम विरुद्ध क्लीनिक का संचालन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में पदस्थ एक दर्जन से अधिक चिकित्सक अस्पताल के आसपास क्लीनिक खोलकर निजी प्रैक्टिस कर रहे थे, इनमें से कई के पास पंजीयन तक नहीं था। सीएमएचओ कार्यालय से जब जांच के लिए टीम पहुंची तो पांच क्लीनिक का संचालन करने वाले चिकित्सकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, लेकिन जवाब देने से पहले ही चिकित्सक रजिस्ट्रेशन करा लिए जाने का दावा कर रहे हैं।
निजी प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों के पंजीयन न होने पर नोटिस थमाए गए हैं। जवाब आने के बाद संबंधित पर कार्रवाई होगी। पता चला है कि कुछ ने पंजीयन के लिए आवेदन किए हैं।
सीएमएचओ।