पांच हजार में होने वाली जांच के लिए बाजार में 15 हजार रुपये चुका रहे मरीज

 पांच हजार में होने वाली जांच के लिए बाजार में 15 हजार रुपये चुका रहे मरीज
जयारोग्य अस्पताल में दिल मरीजों को पांच हजार की जांच के लिए बाजार में तीन गुना ज्यादा 15 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं। कारण विदेशी पार्ट खराब होने से सीटी कोरोनरी जांच नहीं हो पा रही है। इससे दिल के मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
Gwalior News: पांच हजार में होने वाली जांच के लिए बाजार में 15 हजार रुपये चुका रहे मरीज
  1. सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच मशीन का विदेशी पार्ट बिगड़ा
  2. मरीजों के लिए 15 दिन बाद आने को कहा जा रहा

 ग्वालियर । जयारोग्य अस्पताल में दिल मरीजों को पांच हजार की जांच के लिए बाजार में तीन गुना ज्यादा 15 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं। कारण विदेशी पार्ट खराब होने से सीटी कोरोनरी जांच नहीं हो पा रही है। इससे दिल के मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। पिछले पांच दिन से जांच बंद होने के बाद भी जिम्मेदारों को इसे दुरुस्त कराने की परवाह नहीं है। जांच के लिए पहुंच रहे मरीजों को कर्मचारी जांच बंद होने की बात कहकर वापस लौटा रहे हैं। इससे वे बाजार में जांच कराने को मजबूर हो रहे हैं। कार्डियक ओपीडी में रोजाना 100-150 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। इसमें करीब तीन से चार मरीजों को डाक्टर सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच कराने की सलाह देते हैं। मरीज के स्वजन जब सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच कराने के लिए सेंटर पर पहुंचते हैं तो वहां कर्मचारियों द्वारा बताया जाता है कि जांच अभी नहीं हो रही है। मशीन का एक पार्ट खराब है। पार्ट आने के बाद जांच संभव होगी। रेडियोलाजी विभाग में लगी सीटी स्कैन मशीन के सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच करने वाले पार्ट में तकनीकी खराबी आने के कारण जांच बंद है।

यह है सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच

कम्यूटेड टोमाग्राफी (सीटी) कोरोनरी एंजियोग्राफी में कंट्रास्ट डाई, सीटी स्कैनर व कंप्यूटर से हृदय और रक्त वाहिकाओं यानी कोरोनरी धमनियों की छवि बनाई जाती हैं। इससे वसा, कोलेस्ट्राल व कैल्शियम की अधिकता से कितना ब्लाकेज, किस स्थान पर ब्लाकेज और उसकी गंभीरता के साथ धमनियों में संकुचन का पता चलता है। कंट्रास्ट डाई का इंजेक्शन नस में दिया जाता है। कई बार बीटा ब्लाकर व नाइट्रोग्लीसरिन की टैबलेट भी देते हैं।

निजी अस्पताल में करानी पड़ रही जांच

मरीज के स्वजन राम प्रकाश ने बताया कि मरीज को कार्डियक विभाग में दिखाया था। परीक्षण के बाद डाक्टर ने सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी कराने की सलाह दी। हम जांच कराने के लिए रेडियोलाजी विभाग पहुंचे वहां कर्मचारियों ने कहा मशीन खराब है पन्द्रह दिन बाद आना, जिसके बाद जांच निजी अस्पताल में कराना पड़ी।

कब की जाती है सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी

• सीने में दर्द हो लेकिन ईसीजी सामान्य आए।

• ट्रेडमिल पर व्यायाम या साइकिल चलाते वक्त हृदय में दबाव के स्पष्ट नहीं होने पर।

• असामान्य रूप से सीने में दर्द, हृदय की कार्यक्षमता में कमी के साथ एक्यूट हार्ट फेल्योर ।

• कोरोनारी आर्टरी डिजीज के लिए।

सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी जांच जल्द शुरू कराई जाएगी। बायोमेडिकल इंजीनियर से इस संबंध में जानकारी लेकर जांच में आने वाली तकनीकी दिक्कत को दूर कराया जाएगा। जिससे जांच को लेकर मरीजों को परेशानी न हो।

– डा. आरकेएस धाकड़, अधीक्षक, जेएएच

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