दिल्ली ….. ये कैसी स्वास्थ्य व्यवस्था ?

ये कैसी स्वास्थ्य व्यवस्था?: दिल्ली के चार अस्पतालों में नहीं मिला इलाज, दुर्घटना में घायल युवक ने तोड़ा दम
कलस्टर बस ने रेहड़ी लगाने वाले युवक को टक्कर मार दी। बुरी तरह जख्मी को नजफगढ़ हेल्थ सेंटर ले जाया गया। उसे पहले डीडीयू बाद में सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। भर्ती न हो पाने के कारण परिवार घायल को निजी अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां सीटी स्कैन के दौरान ही घायल ने दम तोड़ दिया।

Treatment not available in four hospitals of Delhi, youth injured in accident dies

द्वारका जिले के बाबा हरिदास नगर इलाके में क्लस्टर बस की टक्कर से जख्मी हुए युवक को एक के बाद एक तीन सरकारी अस्पताल ले जाया गया। नजफगढ़ में स्थित एम्स के हेल्थ सेंटर, डीडीयू अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल में इलाज न मिल पाने से परेशान परिजनों ने युवक को नजफगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच करीब तीन घंटे गुजर गए। निजी अस्पताल में उसका इलाज शुरू भी हुआ, लेकिन सीटी स्कैन कराने के दौरान टेबल पर ही युवक ने दम तोड़ दिया।

मृतक की शिनाख्त विजय कुमार (20) के रूप में हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव परिवार के हवाले कर दिया। परिजन शव लेकर आगरा चले गए। विजय साप्ताहिक बाजारों में जलेबी-समोसे बेचता था। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी बस चालक की तलाश कर रही है। 

मूलरूप से गांव गारापुर, एत्मादपुर, आगरा, यूपी निवासी विजय कुमार अपने मौसी के लड़के धर्मेंद्र के साथ ए-ब्लॉक, निर्मल विहार, नजफगढ़ में रहता था। इसके परिवार में पिता श्याम बाबू, मां, एक भाई व एक शादीशुदा बहन है। धर्मेंद्र दिल्ली में रहकर साप्ताहिक बाजारों में जलेबी-समोसे की रेहड़ी लगाता है। एक माह पूर्व विजय भाई के पास काम के लिए दिल्ली आया था। शनिवार रात को दोनों ढिचाऊ गांव के साप्ताहिक बाजार से अपनी रेहड़ी लेकर लौट रहे थे। गांव की शिव मूर्ति के पास नजफगढ़ की ओर से आई नारंगी रंग की कलस्टर बस ने विजय को टक्कर मार दी। हादसे में विजय बुरी तरह जख्मी हो गया। चालक ने बस रोकी। वह धर्मेंद्र के साथ विजय को उसी बस में बिठाकर नजफगढ़ के सरकारी हेल्थ सेंटर पहुंचा। वहां प्राथमिक उपचार देने के बाद हेल्थ सेंटर ने उसे डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया। धर्मेंद्र भाई को लेकर डीडीयू अस्पताल पहुंचा, लेकिन अस्पताल से उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया।

धर्मेंद्र भाई को लेकर सफदरजंग पहुंचा तो वहां भीड़ बहुत अधिक थी। दर्द अधिक होने के कारण धर्मेंद्र विजय को जय विहार, नजफगढ़ के निजी निर्मला अस्पताल ले आया। यहां उसका इलाज शुरू हुआ। सुबह करीब 10.30 बजे निजी अस्पताल से उसे एंबुलेंस में डालकर तिलक नगर के जनता लैब सीटी स्कैन के लिए भेज दिया गया। अभी उसका सीटी स्कैन हो ही रहा था कि विजय ने उसी टेबल पर दम तोड़ दिया। वहां से परिवार उसे वापस निर्मला अस्पताल ले आया। बाद में पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने मंगलवार को ही शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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