अमेरिकी राइफल खरीदने के भारत के फैसले से रूस नाराज, कही यह बात
लखनऊ: रूसी (Russia) बंदूक निर्माता कलाश्निकोव ने भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा अमेरिका (US) की सिग सॉयर असॉल्ट राइफल (Rifles) को खरीदने फैसले को असान्य करार दिया है. कलाश्निकोव का बयान ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका और रूस के बीच भारत को हथियारों की सप्लाई को लेकर तनातनी जारी है.
बता दें भारत सरकार ने अमेरिका की एक कंपनी सिग साउर के साथ करार किया है. इसके तहत भारत 7.66 एमएम की 72,400 राइफल खरीदी जाएंगी. सेना इन रायफलों को फ्रंटलाइन इन्फैंट्री ट्रूप्स के जवानों के लिए खरीद रही है. हालांकि कलाश्निकोव ने कहा है कि इस राइफलका बुनियादी इन्फ्रैंट्री राइफलके तौर पर इस्तेमाल बहुत ही असमान्य फैसला है.
बता दें से भारत ने ने रूस के साथ मिलकर करीब 6.5 लाख एके-203 कलाश्निकोव राइफलों के निर्माण के करार का फैसला किया है। इन राइफलों का निर्माण उत्तर प्रदेश के अमेठी में किया जाएगा.
कलाश्निकोव का कहना है कि क्या खरीदना है इसका फैसला भारतीय सेना को ही करना है लेकिन हमारे नजरिए में बुनियादी इन्फ्रैंट्री राइफल के तौर पर एके-203 बेहतर ऑप्शन है.