कॉल डिटेल निकालकर लोगों की धमका रही पुलिस ?
- पुलिस पर धमकियां देकर लोगों को डराने का आरोप।
- उप मुख्यमंत्री ने मामले की जांच की बात कही है।
- एसपी और कलेक्टर ने आरोपों का खंडन किया है।
सागर। सागर जिले में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में पूर्व मंत्री और खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय पुलिस अधिकारी बिना एसपी और आइजी की अनुमति के लोगों के फोन नंबर और मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकालकर उनका गलत उपयोग कर रहे हैं।
भूपेंद्र सिंह ने उप मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल की उपस्थिति में आरोप लगाया कि यह सीडीआर निकालने की कार्रवाई पुलिसकर्मी दबाव डालकर कर रहे हैं, जिससे लोगों को धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मामला पिछले पांच महीनों से सामने आ रहा है। कुछ लोगों को पुलिस धमका रही है। उनसे कहा जा रहा है कि आपने कुछ संदिग्धों से फोन पर बातचीत की है। लोगों का आरोप है कि पुलिस अधिकारी इस तरह की धमकियां दे रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भूपेंद्र सिंह के आरोपों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस मामले की जांच कराने की बात कही है। अगर, ऐसा कुछ हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी, जिससे सच सामने आ सके।
पुलिस अधिकारियों का खंडनइस आरोप के बाद बैठक में मौजूद सागर के एसपी विकास शाहवाल और कलेक्टर संदीप जीआर ने भूपेंद्र सिंह के आरोपों को नकारा। एसपी शाहवाल ने कहा कि यह आरोप गलत हैं। हमारी जांच प्रक्रिया में हम सीडीआर केवल अपराधों के संबंध में निकालते हैं। वह भी एसपी या आइजी की अनुमति से ही निकाली जा सकती है। ऐसे किसी गड़बड़ी का सवाल नहीं है।
कलेक्टर संदीप जीआर ने भी कहा कि सीडीआर निकालने का कोई प्रावधान नहीं है। अगर, ऐसा कुछ पाया जाता है तो उसकी पूरी जांच की जाएगी।
निरंतर धमकियों का आरोपभूपेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि पिछले पांच महीनों से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जहां कुछ लोग पुलिसकर्मियों से धमकियां प्राप्त कर रहे हैं। उनका कहना था कि ये लोग आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि पुलिस ने उनके फोन कॉल्स को ट्रैक किया और उन्हें धमकाया कि वे कुछ संदिग्ध बातचीत कर रहे थे।
अब आगे क्या होगी कार्रवाईमामले की गंभीरता को देखते हुए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने प्रशासन को तत्काल जांच के निर्देश दिए। अब यह देखना होगा कि जांच के बाद इस आरोप की सत्यता क्या निकलती है। अगर, कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।