यूपी: प्रदेश के 46 स्टेट हाइवे सहित 196 सड़कों को किया जाएगा चौड़ा, खराब सड़क बनाने वालों पर गाज गिरनी तय
Roads in UP: प्रदेश की सड़कों को चौड़ा करने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। सरकार ने स्टेट हाइवे सहित कई दूसरी सड़कों को भी चौड़ा करने का फैसला लिया है।
सड़कों को किया जाएगा चौड़ा। सांकेतिक चित्र…
प्रदेश में रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने अहम फैसले किए हैं। इसके तहत 46 स्टेट हाईवे समेत 196 सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। इन पर करीब 6600 करोड़ रुपये की लागत आएगी। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने संबंधित प्रस्ताव शासन को भेज दिए हैं। इसी सप्ताह प्रस्ताव को फाइनल मंजूरी मिलने की संभावना है।
प्रदेश सरकार ने जो भी हाईवे सात मीटर चौड़े हैं, उन्हें 10 मीटर करने की योजना बनाई है। इससे जहां आवागमन सुरक्षित होगा, वहीं वाहनों की रफ्तार भी बढ़ेगी। सड़कें अधिक भार वाले वाहनों को भी सहने के लायक बनेंगी। इस योजना में लखनऊ के लखनऊ-मोहान और मोहान-बांगरमऊ समेत 46 स्टेट हाईवे चिह्नित किए गए हैं। इन्हें चौड़ा करने पर 2100 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
अन्य जिलास्तरीय सड़कें (ओडीआर) 5.5 मीटर चौड़ी होंगी। इसी तरह से प्रमुख जिला मार्गों (एमडीआर) को सात मीटर चौड़ा किया जाना है। पहले चरण में इन श्रेणियों के 150 मार्ग छांटे गए हैं। उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, शीघ्र ही इन सड़कों पर काम शुरू हो जाएगा। इनमें यूपी के सभी जिलों के मार्ग शामिल हैं।
सड़कों के नमूने फेल, बड़ी कार्रवाई की तैयारी
सरकार लेगी एक्शन…
शासन ने हाल ही में हरदोई समेत 10 जिलों में नवनिर्मित सड़कों की औचक जांच कराई थी। इसमें कई सड़कों के नमूने लैब की जांच में फेल हो गए हैं। यहां निर्माण सामग्री मानक के अनुरूप नहीं लगाई गई। सूत्रों के मुताबिक, शीघ्र ही कई अभियंताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़कों का औचक मुआयना करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत हरदोई में जांच के लिए प्रमुख सचिव, पीडब्ल्यूडी अजय चौहान, सलाहकार वीके सिंह और विभागाध्यक्ष योगेश पंवार ने जांच की। मौके से लगाई गई सामग्री के नमूने भी लिए गए। इसके अलावा बदायूं, मुजफ्फरनगर, कानपुर, बलरामपुर, बस्ती, प्रतापगढ़, गाजीपुर, आजमगढ़ और जालौन में भी गुणवत्ता की जांच की गई।
सभी 10 जिलों में कुल 40 सड़कों की जांच की गई। इसके अलावा प्रत्येक जिले में विशेष मरम्मत के दो प्रस्तावों की भी जांच कराई गई। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, अभी तक हरदोई समेत तीन-चार जिलों के नमूने फेल हो चुके हैं। जबकि, शेष जिलों के नमूनों की अभी जांच ल रही है। इनमें से अधिकतर जिलों में जांच में खामियां मिली हैं।