Air Force Day: आज आसमान में दहाड़ेंगे IAF के फाइटर जेट, पहली बार फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेगा राफेल
भारतीय वायुसेना (IAF) 8 अक्टूबर यानी आज अपना 88वां स्थापना दिवस (Air Force Day 2020) मना रही है. इस मौके पर नीले आसमान में दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर एयरफोर्स के फाइटर जेट्स, अटैक हेलीकॉप्टर्स और कई एयरक्राफ्ट्स की आवाज गूंजेगी. गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
इस बार का वायुसेना दिवस कई मायनों में अहम हैं. ऐसे इसलिए क्योंकि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आंख दिखा रहे चीन को भी इस शक्ति प्रदर्शन से सीधा जवाब दिया जाएगा. साथ ही इस बार पहली बार राफेल लड़ाकू विमान भी फ्लाई पास्ट में हिस्सा ले रहे हैं.
वायुसेना दिवस का पूरा कार्यक्रम
- गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर सुबह 8 बजे कार्यक्रम शुरू होगा.
- जिसमें सबसे पहले होगी आकाश गंगा की टीम.
- इसके बाद करीब 8.50 बजे पर एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया पहुंचेंगे.
- इस मौके पर वायुसेना प्रमुख के साथ-साथ थलसेना और नौसेना अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे.
- करीब 9:20 -9:30 बजे वायुसेना प्रमुख का संबोधन होगा.
- इसके बाद 9:58 बजे से 10:30 तक फ्लाई पास्ट होगा.
इस बार एयरफोर्स डे की पर क्या कुछ होगा खास?
- पहली बार राफेल लड़ाकू विमान भी वायुसेना दिवस पर फ्लाई पास्ट में हिस्सा ले रहे हैं.
- राफेल जिस फॉर्मेशन में हिस्सा ले रहे हैं, उसका नाम ‘ट्रांसफार्मर’ है. इसमें रफाल, सुखोई और तेजस एक साथ उड़ान भरेंगे.
- इस बार एक और खास बात ये है कि सभी फाइटर जेट्स 5-5 की फॉर्मेशन में उड़ान भर रहे हैं. पहले ये केवल 3-3 की फॉर्मेशन में ही उड़ा करते थे.
कितने विमान लेंगे हिस्सा?
वायुसेना दिवस में इस बार कुल 56 एयरक्राफ्ट फ्लाई पास्ट में हिस्सा ले रहे हैं. इनमें 19 फाइटर प्लेन, 19 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 9 सूर्य किरण एरोबैटिक टीम के हॉक और 2 विंटेज विमान शामिल हैं.
भारतीय वायुसेना का इतिहास
भारतीय वायु सेना का आधिकारिक तौर पर गठन 8 अक्टूबर, 1932 को किया गया. इसकी पहली वायुयान उड़ान 1 अप्रैल, 1933 को भरी गर्ई. वायुसेना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, उस समय इसमें 6 अफसर और 19 हवाई सिपाही (शताब्दिक तौर पर वायुयोद्धा) थे, जिन्हें RAF से ट्रेनिंग दी गई थी.
आजादी से पहले इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और 1945 के दूसरे विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आजादी के बाद इसमें से “रॉयल” शब्द हटाकर सिर्फ “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया गया था.