मंदिरों को खोलने पर महाराष्ट्र में रार, राज्यपाल से बोले सीएम ठाकरे- आपसे नहीं चाहिए हिंदुत्व का सर्टिफिकेट

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जल्द मंदिर खोलने की अपील की थी. इसमें लिखी बातों के जवाब में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें हिंदुत्व के लिए कोश्यारी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.

महाराष्ट्र में अब कोरोना महामारी की वजह से बंद मंदिरों को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी के बीच तनातनी हो गई है. इतना ही नहीं मंदिर खोलने के पक्ष में आज महाराष्ट्र की अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके बाद कुछ बीजेपी नेताओं को हिरासत में भी लिया गया है. बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जल्द मंदिर खोलने की अपील करते हुए चिठ्ठी लिखी थी, जिसपर उद्धव ठाकरे ने भी जवाब दिया और कहा कि उन्हें किसी से हिंदुत्व का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए.

महाराष्ट्र में आज बीजेपी नेताओं ने सिद्धिविनायक, शिरडी साईं बाबा मंदिर के बाहर प्रदर्शन किया. ऐसे ही प्रदर्शन कई और जगहों पर हो रहे थे. जिसके बाद जब बीजेपी नेता ने सिद्धिविनायक मंदिर में घुसने की कोशिश की तो उन्हें हिरासत में लिया गया. इसमें बीजेपी नेता प्रसाद लाल भी शामिल थे.

राज्यपाल से बोले उद्धव – आपसे नहीं चाहिए हिंदुत्व का सर्टिफिकेट

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जल्द मंदिर खोलने की अपील की है. भगत सिंह कोश्यारी ने बार ,पब और रेस्टोरेंट्स खोलने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि कई धार्मिक नेता उनसे आकर मिले हैं जो मंदिर खोलने की अपील कर रहे हैं. राज्यपाल ने देश के अन्य हिस्सों में धार्मिक स्थलों के खोले जाने का जिक्र भी किया.

फिर गवर्नर के पत्र का सीएम ठाकरे ने भी जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि चिट्ठी में मेरे हिंदुत्व का उल्लेख करना गलत है और मेरे हिंदुत्व के लिए आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.

राज्यपाल को उद्धव ठाकरे ने दिया यह जवाब

राज्यपाल ने जो चिठ्ठी लिखी थी उसमें उद्धव से पूछा गया था कि क्या आप खुद सेक्यूलर हो गए हैं या फिर आपको किसी दैवीय शक्ति का साक्षात्कार हो रहा है इस लिए आप मंदिर नहीं खोल रहे हैं. राज्यपाल की इस बात का जवाब देने मे सीएम ठाकरे ने भी देरी नहीं की है. सीएम ने कहा की मेरे हिंदुत्व का ज़िक्र अपने किया है उससे मैं सहमत हूं लेकिन इसके लिए मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.

पत्र में कंगना रनौत का भी जिक्र आया. आगे कहा गया है कि मुझे हिंदुत्व किसी से सीखने की जरूरत नहीं लगती. मेरे राज्य की राजधानी को POK कहने वालों का आपने गर्मजोशी से स्वागत किया था, क्या ये हिंदुत्व में फिट बैठता है?

ठाकरे ने आगे कहा कि अगर धर्मस्थल खोलना हिंदुत्व और ना खोलना सेक्यूलर है तो जिस राज्यपाल पद की शपथ अपने ली है उसका मूल ही सेक्यूलरिजम है.

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