रामविलास पासवान की मौत पर जीतन राम मांझी ने उठाए सवाल, कहा- न्यायिक जांच हो
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की मौत पर सवाल उठाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. मांझी ने कहा है कि मौत होने के तीन दिन तक मौत की घोषणा नहीं की गई.
उन्होंने सवाल पूछा है कि आखिर दो-तीन दिन तक उनकी मौत को क्यों छिपाया गया? उनका मेडिकल बुलेटिन क्यों जारी नहीं किया गया. मांझी ने कहा है कि मामले में न्यायिक जांच किए जाने की ज़रूरत है.
नीतीश कुमार को कमज़ोर विकल्प का फायदा
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कमज़ोर विकल्प का फायदा मिल है, उनका विकल्प तेजस्वी बहुत कमजोर हैं इसलिए उन्हें इस चुनाव में फायदा मिल रहा है. अगर विकल्प मजबूत होता तो लड़ाई तगड़ी होती, क्योंकि 15 साल की सत्ता के खिलाफ विरोध का फायदा मिलता.
मुद्दे भटकाने के लिए पापा की मौत पर उठा रहे सवाल: चिराग पासवान
चिराग पासवान ने मामले में कहा है कि नीतीश कुमार जी चुनाव को विकास के मुद्दे से भटकाने के लिए पापा के आख़िरी दिनो पर सवाल उठा रहे हैं. मैं आग्रह करना चाहूंगा की अगली सभा में जब आदरणीय नरेंद्र मोदी जी का आशीर्वाद लेने जाएं तो पापा के आखिरी दिनो के बारे में जरुर पूछ लें. पापा की आखिरी सांस तक प्रधानमंत्री जी उनके साथ थे.
तेजस्वी और चिराग में आंतरिक गठजोड़
एक दिन पहले ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि लोजपा प्रमुख और राजद नेता तेजस्वी यादव के बीच आंतरिक गठबंधन है. उन्होंने ये भी कहा था कि जनता इस बात को भली भांति समझ चुकी है. रविवार को एक ट्वीट के ज़रिए उन्होंने तेजस्वी यादव को जंगलराज का हनुमान बताया. मांझी ने ट्वीट के ज़रिए ये भी कहा कि तेजस्वी कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे. उन्होंने ये भी कहा कि तेजस्वी यादव को राघोपुर से जिताने के लिए चिराग ने वहां पर एक कमज़ोर प्रत्याशी को मैदान में उतारा है.