बंगाल हिंसा: जान बचाने के लिए असम पहुंचे 300-400 भाजपा समर्थक

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद से ही राज्य में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जानकारी मिली है कि जान बचाने के लिए करीब 300-400 भाजपा समर्थक बंगाल छोड़कर असम चले गए हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद से ही राज्य में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जानकारी मिली है कि जान बचाने के लिए करीब 300-400 भाजपा समर्थक बंगाल छोड़कर असम चले गए हैं। यह भाजपा कार्यकर्ता संरक्षण के लिए असम के धुबरी को पार कर गए हैं।

गौरतलब है कि बंगाल में खून खराबा जारी है। भाजपा ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य में उसके नौ से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा पर चिंता जताते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ से बात की है, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दो दिवसीय बंगाल दौरे पर हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बात की है। उन्होंने कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता तथा दुख जताया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया और बंगाल हिंसा को लेकर अपनी चिंता व्यक्ति की है। राज्य में हिंसा बर्बरता, आगजनी, लूट और हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं।

वहीं, जेपी नड्डा ने कोलकाता के बेलाघाटा में हिंसा में मारे गए पार्टी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “बंगाल में सत्ता पर बैठने के लिए रक्त रंजित राजनीति को भाजपा कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। ममता जी का राजनीति ढोंग और जिस तरह वो कहती हैं कि वो शांति लाना चाहती हैं ये शांति के तरीके हैं? हम इसका पर्दाफाश करेंगे।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मुद्दे पर मंगलवार को शीर्ष प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। एक अधिकारी ने बताया कि बनर्जी के कालीघाट निवास पर यह बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने स्थिति का जायजा लिया।

बैठक में मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय, गृह सचिव एच के द्विवेदी, पुलिस महानिदेशक पी नीरजनयन, कोलकाता के पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा मौजूद थे। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे की रविवार को घोषणा किये जाने के बाद से राज्य में हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं।

सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने इसके लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाये हैं। पुलिस ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हुई है, जिनमें से एक व्यक्ति की जान कोलकाता में गयी।

भाजपा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने उनके कई कार्यकर्ताओं की हत्या की, उनके महिला सदस्यों पर हमला किया, घरों में तोड़फोड़ की, पार्टी सदस्यों की दुकानें फूंक दी एवं पार्टी कार्यालयों में उत्पात मचाया। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है।

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