सीएम ने की वीडियो कॉन्फ्रेंस:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और अधिकारियों से चर्चा की, 11 विभागों के अफसरों ने बताया करोड़ों का नुकसान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और अफसरों से से चर्चा की। सीएम ने प्रभारी मंत्री से कहा कि पहली प्राथमिकता पीड़ित लोगों तक राशन पहुंचाना है। जिस तरह से कोरोना संक्रमण के समय सब ने मिलकर काम किया, ठीक उसी तरह से बाढ़ आपदा में भी सभी को मिलकर काम करना होगा। सीएम ने प्रभारी मंत्री से पूछा वे जिन लोगों के बीच गए, क्या उनको सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।
इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ित लोगों से उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने अपना घर खोया है उन्हें ₹1 लाख 20 हजार रुपए मदद दी जाएगी। जिन लोगों ने आपदा में अपने परिजन को खोया है उनको तत्काल ₹4 लाख रुपए की मदद और जिन्होंने अपने पशु मवेशी खोए हैं उन्हें ₹30 हजार रुपए की मदद सरकार उपलब्ध कराएगी। इस दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य बिजली, जल संसाधन सहित 11 विभागों के अधिकारियों ने भी अपने-अपने विभाग से संबंधित नुकसान के आकलन की रिपोर्ट सीएम को बताएं।
पंचायत विभाग ने 80 करोड़ तो जल संसाधन विभाग में 800 करोड़ रुपए के नुकसान की जानकारी सीएम को दी है। इसी तरह सभी विभागों ने करोड़ों रुपए के नुकसान की जानकारी सीएम को दी। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट सभी प्रशासनिक अधिकारियों एवं जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ रविवार को अलग से बैठक लेंगे।
इस तरह किया जाएगा नुकसान का सर्वे
- एक गांव का सर्वे 2 दल करेंगे।
- 2-3 गांव पर एक कलस्टर बनेगा, इसका प्रभारी आरआई रहेंगे।
- दो कलस्टर के ऊपर निगरानी के लिए एक तहसीलदार तैनात।
- सर्वे में जो ग्रामीण मदद करना चाहें उसे साथ रखना होगा।
- फसल हानि का सर्वे खेत पर किसान को बताकर होगा, पंचनामा भी बनेगा।
- पुल, पुलिया या अन्य क्षति की रिपोर्ट तैयार करें,जो मौके पर ठीक हो उसे वहीं कराएं।
- पुल-पुलियों की सूची बना लें। पानी आने पर बैरिकेड्स लगाए तथा लोगोंं को दूर रखें।