आगरा लिफ्ट हादसे में CA और गार्ड पर केस:मेंटेनेंस के नाम पर हर माह वसूले जाते हैं 2400 रुपए, शिकायत के बाद भी नहीं हुई मरम्मत; सोसायटी के पदाधिकारी भी फंसेंगे
आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र में शुक्रवार को लिफ्ट के नीचे दबकर युवक की मौत के मामले में परिजनों की तहरीर पर सोसायटी के सेक्रेटरी और सीए मुकेश गुप्ता व गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। परिजनों का आरोप है कि मेंटेनेंस के पैसे लेने के बाद भी लिफ्ट की मरम्मत नहीं कराई गई थी। कई बार लोग लिफ्ट में फंस चुके थे और सोसायटी से शिकायत भी की गई थी। सोसायटी 7 मंजिला इमारत के 40 फ्लैटों से 2400 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से सोसायटी के नाम पर वसूलते थे। थाना प्रभारी अरविंद कुमार के अनुसार मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था आंखों देखा हाल
शुक्रवार सुबह लगभग 10.30 बजे हुए हादसे के वक्त ग्राउंड फ्लोर पर स्थानीय निवासी पुलकित उपाध्याय मौजूद थे। पुलकित के अनुसार अचानक बहुत तेज आवाज में कुछ गिरने की आवाज हुई। वहां मौजूद बिल्डिंग के गार्ड के साथ जाकर उन्होंने लिफ्ट में देखा तो कोई नहीं दिखा, आवाज के चलते जब मोबाइल की टार्च से लिफ्ट के नीचे देखा तो युवक गंभीर हालत में पड़ा हुआ था। लोगों की मदद से उसे निकाला गया और 112 पर कॉल किया गया। 25 मिनट तक जब कोई मदद नहीं मिली तो सभी उसे ऑटो से जीजी नर्सिंगहोम ले जाया गया। यहां से उसकी हालत देख एसएन मेडिकल भेजा गया और जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
प्राइवेट कंपनी में ड्राइवर था मृतक
जानकारी के अनुसार मूल रूप से हाथरस के सादाबाद के गांव सरोंथ का रहने वाला राजू थाना हरीपर्वत क्षेत्र के संजय प्लेस स्थित प्रतीक टॉवर की गार्गी रेफ्रिजरेशन ब्लू स्टार कंपनी में ड्राइविंग का काम करता था। लॉकडाउन में नौकरी जाने से बेरोजगार हुए राजू की अभी कुछ समय पहले ही नौकरी लगी थी।
लापरवाही बनी मौत का सबब
मृतक राजू उर्फ राजकुमार के साथी कर्मचारी राहुल ने बताया कि शुक्रवार जब वो ऑफिस आए थे तो उस समय दफ्तर बंद था। उन्होंने फोन किया तो हमने थोड़े समय बाद आने को कहा, इसके बाद वो लिफ्ट से नीचे आने की बात कह रहे थे। लिफ्ट के गेट का लॉक काफी समय से खराब था और वो लिफ्ट आए बिना ही खुल जाता था। कई बार लोग लिफ्ट में फंस चुके थे और सोसायटी से बहुत बार शिकायत की गई थी। सोसायटी 7 मंजिला इमारत के 40 फ्लैटों से 2400 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से सोसायटी के नाम पर वसूलते थे। लेकिन कोई मरम्मत नहीं कि जाती थी।
परिवार पर आर्थिक बोझ
बताया जा रहा है कि मृतक राजू के दो बच्चे हैं और दो छोटे भाई हैं। एक भाई मानसिक विक्षिप्त है और एक बेरोजगार है। पिता टीबी की बीमारी से ग्रस्त हैं। परिवार में राजू ही अकेला कमाने वाला था। उसकी मौत के बाद परिवार पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
घटना की सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 7वीं मंजिल से लिफ्ट नीचे आ रही थी और पांचवीं मंजिल पर खड़ा राजू फोन पर बात करते हुए लिफ्ट में घुसा पर तब तक लिफ्ट नीचे की ओर जा चुकी थी। जिससे राजू पांचवीं मंजिल से नीचे गिर गया। थाना हरीपर्वत प्रभारी अरविंद कुमार के अनुसार मुकदमा दर्ज करने के बाद घटना की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।