मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए बीजेपी प्रत्याशी एल मुरुगन, मोदी सरकार में हैं मंत्री
एल मुरुगन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं. तमिलनाडु से आने एल मुरुगन मोदी सरकार में मंत्री हैं.
भोपालः मध्य प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी एल मुरुगन निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं. केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन ने आज विधानसभा पहुंचकर निर्वाचित सांसद का प्रमाण पत्र लिया. कांग्रेस की तरफ से कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किए जाने की वजह से एल मुरुगन निर्विरोध चुन लिया गया है.
मोदी सरकार में मंत्री हैं एल मुरुगन
तमिलनाडु से आने एल मुरुगन को हाल ही में हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था. जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुना था. जिसके बाद उन्होंने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया था. वहीं आज उन्होंने अपना निर्विरोध चुने जाने का प्रमाण पत्र ले लिया. एल मुरुगन के राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद मध्यप्रदेश से मोदी मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 6 हो जाएगी.
प्रदेश के विकास के लिए करूंगा काम
वहीं राज्य सभा के लिए चुने जाने के बाद केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन ने मध्य प्रदेश बीजेपी के सभी विधायकों के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि वह प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी दिशा निर्देश देगी उसी के हिसाब से हम सब काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के विकास के लिए जो भी सहयोग बनेगा उसे वह पूरा करेंगे. वहीं एल मुरुगन के मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद बनने के बाद अब मोदी सरकार मध्य प्रदेश से आने वाले मंत्रियों की संख्या भी बढ़ गई हैं. नरेंद्र सिंह तोमर, वीरेंद्र खटीक, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते लोकसभा सांसद के तौर पर मोदी मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं. जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान के बाद अब एल मुरुगन राज्यसभा सांसद के तौर पर मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे.
कौन हैं एल मुरुगन
बता दें कि मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उन्हें जुलाई माह में हुए मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है. मुरुगन सूचना प्रसारण एवं मत्स्य पालन व पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री हैं. हालांकि मंत्री बनते वक्त वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे. जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुना था. केरल के नमक्कल पारामती में 29 मई 1977 को जन्मे डॉ. एल. मुरूगन पेशे से वकील हैं. उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से वकालत में पोस्ट ग्रेजुएट किया है, मानव अधिकार कानून में डॉक्टरेट हैं, कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे, डॉ. एल. मुरूगन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. 11 मार्च 2020 को उन्हें तमिलनाडु का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.
थावरचंद गहलोत के इस्तीफे से खाली हुई थी राज्यसभा सीट
दरअसल, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने केंद्रीय मंत्री पद और राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया था. जिसके चलते मध्य प्रदेश की एक राज्यसभा सीट खाली हो गई थी. जिस पर बीजेपी ने एल मुरुगन को चुना था. जबकि कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी राज्यसभा चुनाव में नहीं उतारा था. जिसका फायदा बीजेपी को मिला और एल मुरुगन निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए.