UP Assembly Election 2022: मथुरा की छाता सीट पर कद्दावर नेताओं के बीच होता है जोरदार मुकाबला, जानिए इससे जुड़ी हर अपडेट
छाता सीट पर 2017 में भाजपा के चौधरी लक्ष्मी नारायण विधायक बने थे. वर्तमान में वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं.
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा 2022 के चुनाव होने वाले हैं. सभी पार्टियां चुनाव जीत कर सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने की कोशिशों में लगी हैं. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में विधानसभा की 5 सीटें आती हैं. इनमें छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा और बलदेव विधानसभा की सीट शामिल है. इनमें से छाता विधानसभा सीट (Chhata Assembly Seat) पर जाट और ठाकुर बिरादरी का अच्छा खासा प्रभाव देखने को मिलता है. यहां से भाजपा के चौधरी लक्ष्मी नारायण विधायक हैं.
छाता विधानसभा सीट पर हुए चुनाव
छाता विधानसभा सीट (Chhata Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी 1989 और 1991 के विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी. इस सीट से भाजपा के किशोरी श्याम दोनों ही बार विधायक चुने गए थे.
1993 में इस सीट पर जनता दल के तेजपाल सिंह विधायक बने थे. इसके बाद 1996 में लक्ष्मी नारायण कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. वहीं 2002 के विधानसभा चुनाव में रालोद के तेजपाल सिंह एक बार फिर चुनाव जीतकर विधायक बने. 2007 में चौधरी लक्ष्मीनारायण बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे.
2012 विधानसभा चुनाव के आंकड़े
2012 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी तेजपाल सिंह इस सीट से तीसरी बार विधायक चुने गए थे. उन्होंने बसपा के चौधरी लक्ष्मी नारायण को इस चुनाव में हराया था. इस चुनाव में रालोद के तेजपाल सिंह को 94,757 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बसपा के चौधरी लक्ष्मी नारायण को 80,163 वोट मिले थे. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी हेमंत को 11,868 वोट मिले थे, जबकि भाजपा को 7,101 और समाजवादी पार्टी को 5,628 वोट मिले थे.
2012 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर पार्टियों का वोट शेयर
2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर रालोद का वोट शेयर 45.4 प्रतिशत था, जबकि बसपा का वोट शेयर 38.11 प्रतिशत था. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी का वोट शेयर 5.65 प्रतिशत, भाजपा का वोट शेयर 3.38 प्रतिशत और समाजवादी पार्टी का वोट शेयर 2.68 प्रतिशत था.
2017 विधानसभा चुनाव के आंकड़े
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Chhata Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी के चौधरी लक्ष्मी नारायण चुनाव जीतकर विधायक बने. वह बसपा सरकार में पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं और इस इलाके के काफी दिग्गज नेता माने जाते हैं. अलग-अलग पार्टियों से वह चार बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल के बेटे और निर्दलीय प्रत्याशी अतुल सिंह सिसोदिया को चुनाव में करारी शिकस्त दी थी. इस चुनाव में चौधरी लक्ष्मी नारायण को 1,17,537 वोट मिले थे, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी अतुल सिंह को 53,699 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के मनोज पाठक थे, जिन्हें 41,290 वोट मिले थे, जबकि रालोद के ऋषि राज को 9,801 वोट मिले थे.
2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टियों का वोट शेयर
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Chhata Assembly Seat) पर भाजपा का वोट शेयर 51.71 प्रतिशत था, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी अतुल सिंह का वोट शेयर 23.63 प्रतिशत था. वहीं बसपा का वोट शेयर 18.17 प्रतिशत और रालोद का वोट शेयर 4.32 प्रतिशत था.
उत्तर प्रदेश की छाता विधानसभा सीट (Chhata Assembly Seat) पर पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल और चौधरी लक्ष्मी नारायण का दबदबा रहा है. यही कारण है कि 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद चौधरी लक्ष्मी नारायण को योगी कैबिनेट में डेयरी विकास पशुपालन और मत्स्य पालन का मंत्रालय दिया गया है.