चुनाव आयोग के निर्देश …. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को पत्र लिखा,एक ही पंचायत में तीन साल से डटे सचिवों का होगा तबादला

त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने ग्राम पंचायतों में पदस्थ सचिवों के तबादले को लेकर निर्णय लिया है। एक ही ग्राम पंचायत में तीन साल से अधिक समय से डटे सचिवों का दूसरी ग्राम पंचायतों में तबादला किया जाएगा। ग्राम पंचायत सचिवों के तबादले के लिए राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल के सचिव बीएस जामोद ने 26 नवंबर को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। आयोग ने निर्णय लिया है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत के सचिव को भी इस परिधि में लाया जाए। इसलिए आयोग, शासन से यह अपेक्षा करता है कि ग्राम पंचायत के सचिव जो ऐसी ग्राम पंचायतों में पदस्थ हैं जिनमें उनका गृह ग्राम भी शामिल है या ऐसे ग्राम पंचायत सचिव जो पिछले चार साल से एक ही ग्राम पंचायत में तीन साल साल से अधिक समय से पदस्थ हैं, उन्हें किसी अन्य ग्राम पंचायत में स्थानांतरित कर दिया जाए। माना जा रहा है कि लंबे समय से पदस्थ सचिव पंचायत चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए चुनाव आयोग ने सचिवों के तबादले का निर्णय लिया है।

मंत्री राजपूत की शिकायत व अशोकनगर की पंचायत को आधार मानकर निर्णय लिया अन्य विभागों की तरह ही तीन साल से अधिक समय तक डटे रहने वाले पंचायत सचिवों के तबादले को लेकर मं9ी गोविंदसिंह राजपूत द्वारा 3 नवंबर 2021 की शिकायत थी। इसके अलावा अशोकनगर की ग्राम पंचायत करैयाराय के संबंध में मामला चुनाव आयोग के पास पहुंचा था। इसी को आधार मानकर पूरे प्रदेश में सचिवों के तबादले का निर्णय लिया है।

अधिकांश सचिवों का कार्यकाल 3 साल से अधिक
शिवपुरी जिले में कुल 595 ग्राम पंचायते हैं। इन ग्राम पंचायतों में पदस्थ अधिकांश सचिवों को 3 साल से अधिक का समय हो चुका है। इसलिए पंचायत सचिवों के तबादले तय माने जा रहे हैं। जिले की बदरवास जनपद में 64 ग्राम पंचायत, करैरा 66, खनियाधाना 101, कोलारस 68, नरवर 61, पिछोर 75, पोहरी 86 और जनपद शिवपुरी में 74 ग्राम पंचायत हैं।

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