यहां विकास नहीं अपराध ही मुद्दा है … प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के मोहल्ले में गंदगी, विधायक सिद्धार्थ नाथ यहां कभी आए ही नहीं
बाहुबली और माफिया अतीक अहमद प्रयागराज के शहर पश्चिमी से चार बार विधायक रहा और एक बार जनता ने उसे अपना सांसद भी चुना। इसके बावजूद इस इलाके का नाम और उसकी पहचान विकास से नहीं, बल्कि अपराध से होती है। अतीक का इलाका (मोहल्ला) चकिया विकास से कोसों दूर है। दैनिक भास्कर की टीम ने माफिया अतीक के मोहल्ले से ग्राउंड रिपोर्ट की, तो पता चला कि वहां विकास के नाम पर सिर्फ सड़कें बनाई गई हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाएं शून्य हैं।
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि हमारा मोहल्ला हमेशा चर्चाओं में रहता है। मोहल्ले की पहचान अतीक अहमद और अपराध से होती है। यहां न तो स्कूल हैं और न ही स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं। यहां वर्तमान विधायक और सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह कभी आए तक नहीं। पुलिस और मीडिया सभी की नजर हमेशा इस मोहल्ले पर होती है।
स्कूल और अस्पताल तक नहीं हैं बेहतर सुविधाएं
दैनिक भास्कर की टीम ने जब चकिया के लोगों से बातचीत की, तो सभी ने कहा कि भले ही विधायक और सांसद रहे अतीक हमारे मोहल्ले के रहे हों, लेकिन विकास के नाम पर पर कुछ नहीं हुआ। मोहल्ले के बुजुर्ग मो. आलम ने कहा कि पिछले कई सालों में गली की एक सड़क बनी है, उसके अलावा कुछ नहीं किया गया है। महरूज जहां ने कहा कि हमारे मोहल्ले में एक सरकारी अस्पताल तक नहीं है कि आपातकाल के दौरान वहां पहुंचकर इलाज करा सकें।
कार्तिकेय त्रिपाठी ने कहा कि बीते पांच साल में यहां एक भी काम नहीं हुआ है। किसी भी विधायक ने यहां मूलभूत सुविधाओं के लिए ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे किसी को लाभ मिल सके। अधिवक्ता मोहम्मद हारिश ने बताया कि विकास के नाम पर 60 फीट रोड का निर्माण कराया गया था, बाकी मूलभूत सुविधाओं के नाम पर सिर्फ छलावा है।
कैबिनेट मंत्री भी इस मोहल्ले में नहीं आए
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह इसी क्षेत्र में मौजूदा विधायक हैं। नाम न छापने के अनुरोध पर पर इसी मोहल्ले के रहने वाले एक सरकारी कर्मचारी ने कहा कि अतीक रहे हों या सिद्धार्थ नाथ सिंह, हमारे मोहल्ले में नहीं आए। चकिया को अपराधियों को मोहल्ला कहा जाता है।
कभी मुलायम सिंह यादव का था चकिया में आना-जाना
माफिया अतीक अहमद का नाम सुनते ही कभी लोगों के चेहरे पर दहशत दिखने लगती थी। आज वह माफिया सलाखों के पीछे कैद है। सपा संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह चकिया में अतीक के घर भी कई बार आ चुके हैं। कारण था कि अतीक ने अपने दम पर प्रयागराज की 12 विधानसभा सीटों में आठ सीटें जिताकर सपा की झोली में डाल दी थी। मगर, यूपी में भाजपा की सरकार आते ही अतीक के बुरे दिन आने लगे। एक तरफ सरकार ने उसकी अवैध संपत्तियों को नेस्तनाबूत कर दिया, तो दूसरी ओर उसकी राजनीति भी समाप्त कर दी।
1989 में पहली बार विधायक बनकर उभरा था माफिया
अतीक अहमद की राजनीति वर्ष 1989 से शुरू हुई थी, जब वह निर्दली प्रत्याशी के रूप में शहर पश्चिमी से चुनाव लड़ा और फिर विधायक भी चुना गया। उसके बाद लगातार सपा, अपना दल और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और जीतता भी रहा। एक बार प्रयागराज के फूलपुर सीट से सांसद भी चुना गया। अपने भाई को शहर पश्चिमी से विधायक बनवाने में भी अतीक को सफलता मिली। धीरे-धीरे अतीक प्रयागराज से लेकर पूरे यूपी में बाहुबली बन गया। कई सीटों पर अतीक अहमद जीत और हार तय करता था, लेकिन आज वह खुद राजनीति में हाशिए पर है।