ये NFT क्या है? इससे अमिताभ जैसे स्टार भी करोड़ों कमा रहे और एक आम स्टूडेंट भी; जानिए हर जरूरी बात

क्या आपको कार्टून बनाना आता है? या आप मीम भी बना लेते हैं। आपका कोई अच्छा वीडियो है या सोशल मीडिया पर किया गया कोई खास मैसेज है।

तो जान लीजिए अब आप इन्हें अपना डिजिटल एसेट बना सकते हैं। कोई दूसरा आपके इस एसेट की नकल भी नहीं कर सकता है। इसे आप ऑनलाइन बेच भी सकते हैं। अगर यह आगे फिर बेचा जाता है तो आपको उसकी रॉयल्टी भी मिलेगी।

यही वो तरीका जिसे अपनाकर अमिताभ बच्चन जैसे सुपर स्टार इन दिनों करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। मजेदार बात यह कि ये सब डिजिटल वर्ल्ड में क्रिप्टोकरेंसी के जरिए होगा।

ऐसे डिजिटल एसेट को NFT, यानी नॉन फंजीबल टोकन कहते हैं।

इन दिनों डिजिटल दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी की तरह NFT की धूम है। आम आदमी से लेकर ट्विटर के पूर्व CEO जैक डोर्सी भी NFT की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं।

डोर्सी अपने पहले ट्ववीट को डिजिटल असेट बनाकर 17 करोड़ में नीलाम कर चुके हैं।

तो आइए NFT से जुड़े 5 जरूरी सवालों के जवाब जानते हैं…

सवाल 1 : आखिर नॉन फंजीबल टोकन यानी NFT है क्या?

  • NFT यानी नॉन फंजीबल टोकन को समझने के लिए पहले यह जानना जरूरी है कि फंजीबल एसेट क्या होता है?
  • फंजीबल एसेट को हम दो उदाहरणों से समझ सकते हैं। पहला- 100 रुपए का नोट और दूसरा- कोई क्रिप्टोकरेंसी। इनमें पहला फिजिकल एसेट है और दूसरा डिजिटल एसेट, लेकिन इन दोनों की इन जैसे दूसरे एसेट से अदला-बदली की जा सकती है।
  • यानी 100 रुपए के एक नोट को 100 रुपए के ही दूसरे नोट से बदला जा सकता है। इसी तरह बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी को उसी मूल्य के दूसरे बिटकॉइन से बदला जा सकता है।
  • ठीक इससे उलट NFT यानी नॉन फंजीबल टोकन ऐसे डिजिटल एसेट हैं, जिनका लेन-देन तो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए बनाई गई बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से किया जा सकता है, लेकिन इनका फिजिकल लेनदेन नहीं हो सकता है।
  • वास्तविक दुनिया के आर्ट पीस, म्यूजिक, in-game, वीडियो जैसी वस्तुओं को डिजिटल दुनिया में नॉन फंजीबल टोकन, यानी NFT के रूप में रखा जाता है। इन्हें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए कोडिंग करके डिजिटल दुनिया में रखा जाता है। यह वही ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी है, जिसके जरिए कोडिंग करके क्रिप्टोकरेंसी बनाई जाती है।
  • हर क्रिप्टोकरेंसी की तरह हर NFT का भी एक यूनीक कोड होता है। यानी डिजिटल दुनिया में ऐसा कोड किसी और का नहीं होता।
  •   

सवाल 2 : NFT क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग है?

  • NFT नॉन फंजीबल एसेट है और क्रिप्टोकरेंसी फंजीबल एसेट।
  • NFT की कोडिंग बिटकॉइन या एथरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी की तरह है। दोनों की कोडिंग यूनीक होती है, यानी इन जैसा कोई दूसरा डिजिटल एसेट नहीं होता है।
  • यूनीक कोडिंग के चलते दोनों एकदम अनोखे होते हैं, लेकिन NFT को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ही खरीदा या बेचा जा सकता है।

सवाल 3 : NFT कैसे काम करता है?

  • NFT भी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से बना है। यह एक सार्वजनिक बही खाता है जो लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है। ब्लॉकचेन डिजिटल जानकारी को रिकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूट करने की अनुमति देता है।
  • ब्लॉकचेन लेनदेन का एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे बदला, हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है। ब्लॉकचेन को डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी, यानी DLT के रूप में भी जाना जाता है।
  • ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का क्रिप्टोकरेंसी के साथ दूसरे कामों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। विशेष रूप से NFT जैसे डिजिटल एसेट की खरीद और बिक्री में एथरियम ब्लॉकचेन पर होती हैं।
  • NFT डिजिटल वर्ल्ड में मूर्त और अमूर्त, दोनों वस्तुओं का रिप्रजेंट करती है। इनमें आर्ट, GIF, वीडियो, म्यूजिक, मैसेज और ट्वीट जैसी चीजें शामिल होती हैं।
  • इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं- पिछले साल ट्विटर के पूर्व CEO जैक डोर्सी ने अपना पहला ट्वीट ‘just setting up my twttr’ को NFT के रूप में बेचा।
  • मार्च 2006 में पोस्ट किया गया यह ट्वीट डिजिटल इतिहास का एक अहम हिस्सा होने की वजह से 38 लाख डॉलर, यानी करीब 17 करोड़ रुपए में बिका।

सवाल 4 : इसका यूज कैसे किया जाता है?

  • ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और NFT आर्टिस्ट और कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी कीमती चीजों को मॉनेटाइज करने, यानी बेचने के लिए बड़ा मंच देता है।
  • साफ है किसी आर्टिस्ट को अब अपनी आर्ट बेचने के लिए गैलरी या नीलामी घरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
  • आर्टिस्ट इसे सीधे कंज्यूमर को NFT के रूप में बेच सकता है। इससे उन्हें ज्यादा फायदा भी मिलता है।
  • यही नहीं अगर किसी आर्टिस्ट का क्रिएशन कहीं और बिकता है तो उन्हें उस पर रॉयल्टी भी मिलेगी। यह विशेषता सिर्फ NFT में ही है। आमतौर पर किसी आर्टिस्ट को उसकी आर्ट पहली बार बिकने पर ही पैसा मिलता है।

सवाल 5 : किसी भी NFT को कैसे खरीदा जा सकता है?

  • यदि आपको खुद का NFT कलेक्शन बनाना है तो आपके पास सबसे पहले एक डिजिटल वॉलेट होना चाहिए।
  • इसी वॉलेट के जरिए आपको NFT और क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने की अनुमति मिलेगी।
  • वॉलेट में ईथर जैसी कोई क्रिप्टोकरेंसी होनी चाहिए, जिनके जरिए NFT को खरीदा जा सकता है।
  • आप अब Coinbase, Kraken, eToro, PayPal और Robinhood now जैसे प्लेटफॉर्म पर क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके ईथर जैसी क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं।
  • ये प्लेटफॉर्म हर लेन-देन पर कुछ परसेंट चार्ज लेते हैं। लेन-देन करते हुए इसका ध्यान जरूर रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *