नक्सली पोलिंग बूथ पर डबल फोर्स की तैनाती …. मिर्जापुर में 2,268 बूथों पर कल डालेंगे जाएंगे वोट, 336 नक्सल प्रभावित बूथ किए गए चिन्हित
नक्सल प्रभावित जिले मिर्जापुर में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिला प्रशासन सतर्क है। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया, जिले के 2,268 बूथों में से 336 को नक्सल प्रभावित इलाके में होने के कारण संवदेनशील बूथ चिन्हित किया गया है। इन बूथों पर आम बूथ की अपेक्षा डबल सुरक्षा कर्मी, पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा वेब कास्टिंग के माध्यम से यहां की हल-चल पर भी नजर रखी जाएगी। फोर्स के साथ ही स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
इन क्षेत्रों में कुछ इलाके नक्सल प्रभावित
जनपद के हलिया, लालगंज, चुनार और छानबे के कुछ पूर्ण तो कुछ आंशिक नक्सलियों से प्रभावित इलाके हैं। चुनावी जंग के दौरान जातिवाद का लहराए परचम के बीच कहीं कोई उपद्रव न हो जाए, इसलिए पुलिस-प्रशासन कवायद करते हुए फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। मार्च महीने 2001 में नक्सलियों ने खोराडीह में पीएसी कैंप को लूटकर पुलिस और प्रदेश सरकार को चुनौती दी थी।
इसके कुछ ही दिन बाद होलिका दहन की रात भवानीपुर में पुलिस ने नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में 16 नक्सलियों को मार गिराया गया था। हर वर्ष बरसी आने पर पुलिस और खूफिया विभाग सतर्क हो जाता है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के समुचित प्रबंध
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया, नक्सल प्रभावित इलाकों को देखते हुए सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए 21 जोनल मजिस्ट्रेट और 145 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। छानबे क्षेत्र में 4 जोनल 34 सेक्टर मजिस्ट्रेट, मिर्जापुर में 3 जोनल 23 सेक्टर मजिस्ट्रेट, मझवां में 4 जोनल 30 सेक्टर मजिस्ट्रेट, चुनार में 5 जोन 28 सेक्टर मजिस्ट्रेट और मड़िहान में 5 जोनल 30 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। नक्सल प्रभावित बूथों पर आम बूथों की अपेक्षा डबल सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।