ग्वालियर में बिना वजह के हथियार मांगने वालों के आवेदन हो रहे निरस्त
बिना वजह के शस्त्र लाइसें मांगने वालों के आवेदनों को प्रशासन निरस्त कर रहा है।
बिना वजह के हथियार मांगने वालों के आवेदन अब प्रशासन निरस्त कर रहा है। आवेदनों की ज्यादा संख्या होने के कारण ऐसा किया जा रहा है। कुछ दिन पहले ही प्रशासन छह सौ से ज्यादा आवेदन निरस्त कर चुका है। आवेदनों का आना अब भी कम नहीं हो रहा है। पुराने वर्षाें के ऐसे छह सौ आवेदन निरस्त किए गए हैं जो अलग अलग कारणों से निरस्त किए गए हैं। ग्वालियर चंबल अंचल में लाइसेंसी हथियारों के आवेदन और सिफारिश का ढ़ेर लगा रहता है यही कारण है कि अफसर इस सिरदर्द से परेशान हैं। अंदर की बात यह है कि माननीयों की अनुशंसा भी हथियारों के लाइसेंस के लिए कम नहीं आतीं। छह सौ आवेदन निरस्त करने के बाद भी अभी वर्तमान में एक हजार से ज्यादा लाइसेंस के आवेदन प्रोसेस में हैं। ग्वालियर जिले में 28432 लाइसेंस हैं जोकि एक बड़ा आंकडा है।
ग्वालियर चंबल अंचल में हथियारों के शौकीनों के कारण यह स्थिति रही कि कोरोना की तीन लहरों में भी आवेदनों की रफ्तार कम नहीं हुई। आवेदन लेना जरूर बंद हुए लेकिन जब खुले तो संख्या ज्यादा आई। जिले में अकारण भी लाइसेंस लेने वालों की संख्या काफी है। इसके चलते ही प्रशासन ने निर्णय लिया कि ऐसे आवेदन जो लंबित पड़े हैं और लाइसेंस प्राप्त करने के लिए मापदंडों पर खरे नहीं है, इनकी छंटनी कराई गई। पिछले कुछ समय से यह छंटनी चल रही थी और पिछले सालों में ऐसे आवेदनों की संख्या छह सौ निकली।जो आवेदन निस्त किए गए हैं उनमें 2014 से लेकर 2020 तक के आवेदन हैं। इसमें पुलिस रिपोर्ट की अवधि निकल चुके, पूर्ण कागजात न होने, एसडीएम रिपोर्ट से लेकर जरूरी रिपोर्ट न होने, कारण स्पष्ट न होने जैसे कई कारण हैं जिनके कारण निरस्ती की गई है। जिन आवेदनों की पुलिस रिपोर्ट अभी सक्रिय है उन्हें निरस्त नहीं किया गया है।हथियार लाइसेंस के लिए एक माह में सौ से ज्यादा आवेदन आते हैं। इनमें रायफल के आवेदन सबसे ज्यादा होते हैं। वहीं अगर सिफारिशी आवेदनों की बात की जाए तो एक माननीय के माहभर में तीस से ज्यादा अनुशंसा पत्र पहुंचते हैं।