छेड़छाड़ से परेशान दो बहनों ने पीया जहर …झांसी में थाने से लेकर SSP तक से की शिकायत, पर नहीं हुई कार्रवाई; जहर खाते ही थानाध्यक्ष सस्पेंड
झांसी में छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई नहीं होने से परेशान दो बहनों ने जहर खा लिया। दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। दोनों कॉलेज में पढ़ती हैं। उनका पड़ोसी होली के पहले से कॉलेज आते-जाते समय छेड़छाड़ कर रहा था।
दोनों ने थाने से लेकर SSP तक से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे दुखी होकर बहनों सुसाइड करने का रास्ता चुना। दोनों बहनों के जहर खाने की सूचना मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। फौरन केस दर्ज कर एक घंटे के अंदर सदर थानाध्यक्ष जयप्रकाश को सस्पेंड भी कर दिया।
3 बार शिकायत करने गईं, पर सुनवाई नहीं हुई
दोनों बहनें सदर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहती हैं। 20 साल की बड़ी बहन एमए फाइनल और 18 साल की छोटी बहन बीएससी फस्ट ईयर की छात्रा है। छोटी बहन ने बताया कि पड़ोसी राहुल बाल्मीक पुत्र दीपक बाल्मीक होली से दोनों बहनों को परेशान कर रहा था। कॉलेज आते-जाते समय परेशान करता था। 19 मार्च को राहुल ने छोटी बहन का हाथ पकड़ लिया था। उसने धमकी दी थी कि दोनों बहनों को उठाकर ले जाएगा और रेप कर बदनाम कर देगा।
22 मार्च की सुबह दोनों कॉलेज जा रही थीं। रास्ते में फिर राहुल ने एक बहन का हाथ पकड़ लिया। उसने गाली-गलौज करते हुए बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी। बड़ी मुश्किल से दोनों बचकर घर पहुंची। पीड़िता ने 17 और 19 मार्च को थाने में शिकायत की। फिर 22 मार्च को SSP को शिकायत देने पहुंची। मगर, कोई कार्रवाई नहीं हुई।
SSP से शिकायत की, तो घर में घुसकर छेड़ा
छोटी बहन ने बताया कि शुक्रवार देर शाम वह बड़ी बहन के साथ घर के आंगन में बैठी थी। मां किचन में खाना बना रही थी। पिता मजदूरी करने गए थे। तभी राहुल और उसके तीन साथी घर में घुस आए। राहुल बड़ी बहन से छेड़छाड़ करने लगा। छोटी बहन और मां बचाने गई, तो उनके साथ मारपीट की।
इस पर उन लोगों ने पुलिस बुला ली। मगर, पुलिस के आने से पहले चारों भाग गए। पुलिस भी सांत्वना देकर मौके से चली गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। छोटी बहन ने कहा कि समाज में बदनामी हो गई और पुलिस ने कार्रवाई भी नहीं की। इससे दुखी होकर दोनों बहनों ने बालों में लगाने वाली डाई पी ली। जब परिजन उन्हें खाना खाने के लिए कमरे में बुलाने गए, तो दोनों फर्श पर पड़ी थीं। तब उनको मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
मामला सामने आने पर SSP शिवहरी मीना ने सीओ सिटी प्रदीप कुमार को मौके पर भेजकर जांच कराई। तब सामने आया कि सदर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। सीओ सिटी की रिपोर्ट पर SSP ने सदर थाना प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश को एक घंटे के अंदर सस्पेंड कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।