फॉरेंसिक लैब में 31 हजार केस की रिपोर्ट पेंडिंग …? साल 2016 से अब तक फॉरेंसिक लैब में 49 हजार 737 केस आए
देश में फॉरेंसिक लैब की धीमी रफ्तार ने न्याय पाने वालों की सूची को और लंबा कर दिया है। नोएडा के एक समाजसेवी की राइट टू इन्फॉरमेशन यानी RTI के तहत जानकारी मांगी, तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जिसे फॉरेंसिक लैब की काम की पोल खोल दी है। 2016 से अब तक फॉरेंसिक लैब में 49 हजार 737 केस आए। 31 हजार 7 सौ 65 केस लंबित है।
RTI एक्टिविस्ट रंजन तोमर ने फॉरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय से जानकारी मांगी थी। जिसमें यह पूछा गया था की 2016 से अब तक प्रत्येक वर्ष कितने केस में फॉरेंसिक जांच के लिए उनके पास केस आते हैं। कितने केस में वह फाइनल रिपोर्ट लगा पाते हैं और कितने केस लंबित होते हैं। इसके जवाब में निदेशालय कहता है के उसके नीचे 6 लैब आते हैं।
ये दिया ब्यौरा
साल | केस | लंबित प्रकरण |
2016 -17 | 7290 | 4403 |
2017 -18 | 7468 | 4476 |
2018 -19 | 7420 | 5548 |
2019 – 20 | 8356 | 4716 |
2020 -21 | 6820 | 4105 |
2021 -22 | 9807 | 4127 |
2022 अब तक | 2576 | 4390 |
जुलाई तक न्यायालयों में लंबित मामले
फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट की वजह से निचली अदालतों में 4 करोड़ा 19 लाख 79 हजार 353 केस लंबित हैं। उच्च न्यायालयों में लगभग 59 लाख 45 हजार 709 केस और उच्चतम न्यायालय में 72 हजार 62 केस लंबित हैं। यह जानकारी इसी वर्ष 15 जुलाई तक की है। जिसे केंद्रीय कानून मंत्री ने संसद के सामने रखा है। ऐसे में इन केसों के लंबित होने के कारणों का पता लगाना और उनका निराकरण बेहद जरूरी हो गया है।