अंग्रेजी न्यूजपेपर्स से ENGLISH सीखने के 10 आसान …..?

न्यूजपेपर में कठिन शब्दों को हाईलाइट करें… अंग्रेजी में करें डिस्कशन

 

The English language is a work in progress. Have fun with it.

इसका अर्थ है कि अंग्रेजी एक लगातार विकसित होते रहने वाली भाषा है, और इसी में मजा है।

करिअर फंडा में स्वागत!

स्टूडेंट्स हों या प्रोफेशनल्स, हर कोई चाहता है कि डेली बेसिस पर इंग्लिश थोड़ा-थोड़ा इम्प्रूव करते चलें, क्योंकि उसका सीधा बेनिफिट एग्जाम्स और करिअर में मिलता ही है।

अंग्रेजी के अखबार (इंग्लिश न्यूजपेपर) पढ़ना सिर्फ ग्रामर की बुक पढ़ने से सौ गुना बेहतर है। किसी इंग्लिश न्यूजपेपर का उद्देश्य सामान्य, कॉमन लोगों को ईजी लैंग्वेज में बातें बताना होता है।

तो सवाल ये है कि इंग्लिश न्यूजपेपर डेली कैसे पढ़ना है। ये रहे दस टिप्स-

1) पहले हेडलाइंस पर नजर डालें: एकदम स्टार्ट में हेडलाइंस इंग्लिश सीखने का एक शानदार तरीका है। उनमें लिमिटेड वर्ड्स होते हैं और अक्सर प्रेजेंट सिंपल टेन्स में लिखे एक्शन वर्ब (क्रिया) होते हैं।

2) रीडिंग की शुरुआत अपने इंटरेस्ट के विषय से करें: हम किसी विषय को तभी पढ़ना चाहेंगे जब उसका कंटेंट हमारे लिए रोमांचक हो। आप इंटरेस्ट के विषय को रीड करने से इंग्लिश वोकैब्युलरी फटाफट डेवलप कर पाएंगे। तो यदि आपको क्रिकेट या फुटबॉल पसंद है तो स्पोर्ट्स वाले पेज जरूर पढ़ें।

3) रीडिंग के लिए फेमिलियर (परिचित) विषय चुनें: पहले आप किसी आर्टिकल को अपनी मदर-टंग में पढ़ें और फिर उसे इंग्लिश में पढ़ें। इससे आपके लिए उस विषय और वोकैब्युलरी को समझना आसान हो जाता है, क्योंकि उसका उपयोग समान चीज का वर्णन करने के लिए किया गया है। इसके लिए आप पहले न्यूज ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं।

4) नए शब्दों को हाइलाइट करें: इंग्लिश न्यूजपेपर पढ़ते समय, उन सभी कठिन शब्दों को हाइलाइट करें, जिनका अर्थ आपको नहीं पता है। एक बार जब आप रीडिंग कम्प्लीट कर लें तो उन शब्दों के मतलब किसी ऑफलाइन या ऑनलाइन डिक्शनरी में देखें। उन शब्दों के अर्थ और परिभाषाओं को नोट कर लें। इसके अलावा उन्हीं शब्दों का प्रयोग कर नया वाक्य बनाने का प्रयास करें।

5) किसी खास न्यूजपेपर से चिपके न रहें: प्रैक्टिस के साथ-साथ न्यूजपेपर बदलते रहें। इससे आपको विभिन्न राइटिंग और एडिटिंग स्टाइल्स को सीखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा विभिन्न न्यूजपेपर पढ़ने से आपकी वोकैब्युलरी भी डायवर्स होगी।

6) डिस्कशन जरूरी है: एक बार जब आप न्यूजपेपर पढ़ चुके हों, तो अपने फ्रेंड्स, फैमिली और कलीग्स से डिस्कशन करें। डिस्कशन अंग्रेजी में होना चाहिए – इससे आपको इंग्लिश बोलने का कॉन्फिडेंस आएगा।

7) इसे अपनी आदत बनाएं: कभी-कभार न्यूजपेपर पढ़ लेने से सुधार नहीं आएगा, इंग्लिश सुधारने के लिए आपको डेली न्यूजपेपर पढ़ने की आदत डालनी पड़ेगी। ये तपस्या है, पर फल भी बढ़िया मिलेगा।

8) सुनना कभी-कभी पढ़ने से बेहतर होता है: कई समाचार ऐप हैं जो Text-to-Speech फीचर के साथ आते हैं। यह फैसिलिटी आपके लिए न्यूज आर्टिकल्स को जोर से पढ़ती है – हां, आपने इसे सही सुना – आपको आर्टिकल पढ़ने की भी आवश्यकता नहीं है, बस सुनते जाइए। इसका एक बड़ा फायदा यह है कि आपको शब्दों का सही उच्चारण भी सुनने को मिलता है। यदि आप Text को पढ़ते हुए सुनेंगे भी तो यह आपको डबल फायदा देगा।

9) जोर-जोर से बोल-बोल कर न पढ़ें: न्यूजपेपर्स को दिमाग में पढ़ा जाना चाहिए। चुपचाप अखबार पढ़ना शिष्टाचार का भी हिस्सा है। इससे आपके पढ़ने की स्पीड और माइंड रिटेंशन पावर भी बढ़ेगी।

10) जनरल नॉलेज भी बढ़ाएं: न्यूजपेपर्स पढ़कर इंग्लिश सीखने का एक फायदा यह भी है कि इससे आप का जनरल नॉलेज भी बढ़ता है, जो सभी कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स में पूछा जाता है।

इंग्लिश के कुछ अच्छे न्यूजपेपर्स

1) द हिंदू: यदि आपकी इंग्लिश एवरेज है और आप अपनी वोकैब्युलरी में सुधार करना चाहते हैं, तो द हिंदू आपकी पहली प्रायोरिटी होना चाहिए। इसकी भाषा समझना मुश्किल होगा, लेकिन कुछ महीनों तक प्रयास जारी रखें, पॉजिटिव रिजल्ट्स पाएंगे।

2) इंडियन एक्सप्रेस: वोकैब्युलरी के संदर्भ में, पेपर में निश्चित रूप से उत्कृष्ट शब्द मिलेंगे जो सिचुएशनल और ट्रेंडिंग हैं। फिर भी, अंग्रेजी भाषा सीखने में शुरुआती लोगों के लिए इसे पचाना मुश्किल साबित हो सकता है।

3) बिजनेस स्टैण्डर्ड: इसका बिजनेस और एडिटोरियल पेज बहुत अच्छा होता है।

4) हिंदुस्तान टाइम्स: इंग्लिश सीखना शुरू ही करने वाले लोगों के लिए यह सबसे अच्छे ऑप्शंस में से एक है।

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