भोपाल में 1 साल में 13 करोड़ की सायबर ठगी …!
सबसे ज्यादा अश्लील कंटेंट फ्रॉड राजस्थान से, धोखे के 95% काॅल दिल्ली-एनसीआर से; असम-बंगाल फर्जी सिम कार्ड के एपिसेंटर …!
भोपाल सायबर क्राइम पुलिस के पास पहुंची 4100 शिकायतों की जांच में सामने आई यह हकीकत
राजधानी में अपने पैर पसार कर सायबर ठगों ने एक साल के भीतर करीब 13 करोड़ रुपए की ठगी कर दी है। भोपाल सायबर क्राइम पुलिस के पास पहुंची 4100 शिकायतों की तकनीकी जांच हुई तो पुलिस के हाथ एक नया सायबर फ्रॉड पैटर्न लग गया।
इसमें सामने आया कि भोपाल के बाशिंदों से राजस्थान, एनसीआर, दिल्ली, चेन्नई और उप्र में बैठे जालसाज ठगी कर रहे हैं। ये ठगी ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम में फर्जी नाम-पते से लिए गए मोबाइल नंबरों के जरिए की जा रही है। नंबर दूसरे राज्यों से लिए ही इसलिए गए हैं, ताकि पुलिस भ्रमित होती रहे। जब तक तकनीकी जांच में पुलिस जालसाजों का पता लगाती है, तब तक वो सिमकार्ड फेंक चुके होते हैं।
यहां टारगेट की वजह- जालसाज हिंदी भाषी प्रदेशों के लोगों को ही ज्यादा निशाना बनाते हैं, क्योंकि वे खुद हिंदी भाषी राज्याें के हैं
धोखे के कॉलसेंटर
धोखे के कॉल सेंटर देश में सबसे ज्यादा एनसीआर से संचालित होते हैं। भोपाल में कॉल सेंटर के जरिए हुई ठगी के 95% कॉल यहीं से आए हैं। भोपाल पुलिस ने अब तक ऐसे 11 कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है।
खरीदी-बिक्री फ्रॉड दिल्ली, चेन्नई-बेंगलुरू से
महंगे आईफोन कम कीमत में दिलाने का झांसा इन दिनों चेन्नई और बेंगलुरू से दिया जा रहा है। सोशल मीडिया थोक व्यापारी जैसा पेज बनाकर ये ठगी भोपाल के छोटे व्यापारियों से की जा रही है। 50% ठगी दिल्ली और 50% ठगी चेन्नई-बेंगलुरू से की गई हैं।
अश्लील कंटेंट फ्रॉड की 750 शिकायतें
राजस्थान के भरतपुर और उप्र बॉर्डर से सटे कुछ मेवाती क्षेत्र न्यूड वीडियो कॉल फ्रॉड यानी अश्लील कंटेंट फ्रॉड के लिए बदनाम हो रहा है। भोपाल पुलिस के पास ऐसी करीब 750 शिकायतें हैं, इनमें 95% इन्हीं इलाकों से अंजाम दी गई हैं।
फर्जी सिमकार्ड सप्लाई के लिए ये बदनाम
सायबर फ्रॉड के लिए सबसे जरूरी सिमकार्ड है। पहले ये गैंग लोकल सिमकार्ड इस्तेमाल करते थे। करीब सालभर से पैटर्न बदलकर जालसाजों ने सिमकार्ड की सप्लाई ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम से लेनी शुरू कर दी है। 70-80 फीसदी सिमकार्ड यहीं के मिल रहे हैं।
- 70-80% सिमकार्ड ओडिशा, प. बंगाल के
- 50% ठगी महंगे आइफोन दिलाने के नाम पर चेन्नई-बेंगलुरू से
रिकवरी की, 130 आरोपियाें को पकड़ा
2022 में हमें मिली शिकायतों के आधार पर सायबर फ्रॉड का एक पैटर्न बना है। हमारी टीमें अपराधियों को पकड़ रही हैं। 13 करोड़ की ठगी में हमने 1.75 करोड़ रुपए रिकवर किए और 130 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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