चुनावों में नेताओं को ज्यादा याद आते हैं बाबा साहेब ..!
नेताओं का जमावड़ा …
प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर के जन्मदिवस पर उनकी जन्मस्थली डॉ. आंबेडकर नगर (महू) में नेताओं का जमावड़ा लगने वाला है। 30 सालों में जब-जब चुनाव होने थे, उन वर्षाें में यहां 14 अप्रैल को नेताओं की संख्या अधिक रही।
इस बार जयंती के आयोजन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो होंगे ही, स्मारक सोसायटी के मुताबिक पूर्व सीएम कमलनाथ, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के आने की भी तैयारी है। दलित वोटों को साधने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार इस बार आंबेडकर जयंती को बड़े पैमान पर मनाने जा रही है। हर साल आयोजन बाबा साहेब की जन्मस्थली पर ही होता था, लेकिन इस बार तीन जिलों में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री महू, महेश्वर भी जाएंगे। एक बड़ा आयोजन ग्वालियर में भी होगा।
- 35 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें
- 04 सीट आरक्षित हैं मप्र से लोस में एससी की
- 16% प्रदेश में अनुसूचित जाति का वोट प्रतिशत
- 1991 में डॉ. भीमराव के शताब्दी वर्ष पर एक साथ आए थे वाजपेयी, राजीव गांधी और काशीराम, तब भी चुनाव थे
- इस साल भी चुनाव- आयोजन में सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के आने की भी तैयारी
कौन-कौन दिग्गज पहुंचे बाबा को शीश नवाने
- 1991- अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी, कांशीराम
- 1999- राज्यपाल डॉ. भाई महावीर (आचार संहिता लागू थी)
- 2003- दिग्विजय सिंह, राधाकिशन मालवीय, कांतिलाल भूरिया
- 2004- तत्कालीन सीएम उमा भारती, अन्य मंत्री गण
- 2008- लालकृष्ण आडवाणी, शिवराज सिंह चौहान, सुरेश पचौरी
- 2013- शिवराज सिंह चौहान, बीके हरिप्रसाद, दिग्विजय सिंह
- 2016- पीएम नरेंद्र मोदी (बाबा साहेब की 125वीं जयंती पर)
- 2018- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, शिवराज सिंह, आदित्यनाथ,
- 2020 से 22- कोविड के कारण बड़ा आयोजन नहीं हुआ।
- 2022 (नवं)- राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे