ग्वालियर जीवाजी विश्वविद्यालय , अंचल के कालेजों पर एक बार फिर से मेहरबान हो गया है। कालेज संचालकों को प्राचार्य और शिक्षक स्टाफ की दस्तावेजी जानकारी जमा करवाने के लिए तीसरी बार फिर से समय दे दिया है। अब तक एक अंतिम तिथि तय थी लेकिन हाल ही में जारी आदेश में जेयू ने कोई अंतिम तारीख भी नहीं दी है। बता दें कि जेयू में हुई संबद्धाता प्रक्रिया में करोडों रुपए के लेनदेन की आडियो वायरल होने के बाद लगातार कमियों और भ्रष्टाचार की कडियां खुलती जा रही थी । इस पर कार्यपरिषद सदस्यों ने 28 अप्रैल की बैठक में निर्णय लिया था कि अंचल के बीएड कालेजों के संचालक अपने कालेज के प्राचार्य और शिक्षकों के आधार कार्ड और बैंक स्टेटमेंट जेयू की डीसीडीसी शाखा में जमा करें ।

इसके लिए दो दिन का समय भी दिया गया। लेकिन दस्तावेज जेयू तक नहीं पहुंचे। इसके बाद यह प्रक्रिया अंचल के सभी कालेजों के लिए लागू कर दी गई । इसके लिए अंतिम तिथि के तौर पर 31 जुलाई का समय दिया गया था। यह तय हुआ था कि अंतिम तिथि तक जिन कालेजों के दस्तावेन नहीं आएंगे उनके खिलाफ उचित कार्यवाही होगी। लेकिन अंतिम तिथि के बाद भी 400 से अधिक कालेजों में से सिर्फ 65 कालेजों के दस्तावेज ही आए हैं। उसमें भी कई दस्तावेज अमान्य हैं।
कब होगी कार्यवाही

जेयू ने अंतिम तिथि गुजरने के बाद भी अब तक किसी कालेज के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। वहीं एक बार फिर से मौका दे दिया है। अब तक छात्र संघ इस बात का विरोध करते हुए कई बार उग्र प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन जेयू प्रबंधन की बेशर्मी सीधा कालेजों को सपोर्ट दे रही है। इस मामले में कार्यवाही कब होगी इस बात का जवाब जेयू के भी पास नहीं है।

कालेजों की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए दस्तावेजों की मांग की गई है। अभी तक कालेज संचालकों ने दस्तावेज जमा नहीं किए है यह चिंता जनक है, व्यवस्थाएं ठीक रहें इसके लिए सभी कालेज वालों को भी अपनी चिंता से सभी दस्तावेज समय से जमा करवा देने चाहिए।