भृंगराज तेल को क्यों कहा जाता है केशराज !
भृंगराज तेल को क्यों कहा जाता है केशराज:जानें हेयर ऑयलिंग का सही तरीका और 2 तेल मिलाकर लगाने के फायदे
तेल लगाने से ज्यादा तेल लगाने का सही तरीका जानना जरूरी है। तेल सही तरीके से लगाया जाए तो बालों को पोषण मिलता है, साथ ही डैंड्रफ, खुजली, रूखापन दूर होता है, बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं। आयुर्वेद में बालों के लिए भृंगराज तेल को बेहतर माना गया है। भृंगराज तेल को कब, किस तरह और कितनी मात्रा में लगाएं, इसका सही तरीका बता रही हैं ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन।
बालों में तेल लगाने के फायदे
ऑयलिंग बालों के लिए एक बेहतरीन प्री-शैम्पू ट्रीटमेंट है। इसे आम भाषा में चंपी करना भी कहते हैं। तेल लगाने से बाल सॉफ्ट और हेल्दी बनते हैं, तेजी से बढ़ते हैं और उनकी चमक भी बढ़ जाती है। बालों में तेल लगाने के कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं। इससे तनाव दूर होता है, मूड अच्छा रहता और ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा रहता है।
भृंगराज तेल से बढ़ते हैं बाल
आयुर्वेद में भृंगराज तेल को केशराज कहा जाता है यानी बालों का राजा। इसे बालों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। भृंगराज तेल बाल बढ़ाने के साथ ही उन्हें जड़ों से मजबूत बनाता है। यह स्कैल्प में रक्त संचार को बेहतर बनाता है जिससे बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं। भृंगराज तेल हेयर फॉलिकल्स को सक्रिय करता है, जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं।
डैंड्रफ से छुटकारा पाएं
भृंगराज तेल स्कैल्प का रूखापन दूर कर उसे स्वस्थ बनाता है। डैंड्रफ और पपड़ीदार त्वचा से बाल तेजी से झड़ते हैं। ऐसे में भृंगराज तेल लगाना फायदेमंद होता है। ये तेल गाढ़ा होता है और आसानी से स्कैल्प के अंदर तक चला जाता है, जिससे स्कैल्प का रूखापन दूर होता है, डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है और बाल मजबूत बनते हैं। भृंगराज तेल के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण हेयर फॉलिकल्स की सूजन कम करते हैं।
2 तेल मिलाकर लगाने के फायदे
आमतौर पर लोग कोई एक तेल ही बालों में लगाते हैं, लेकिन तेल का ज्यादा फायदा लेने के लिए आप 2 तेल मिलाकर भी बालों में लगा सकते हैं। जहां तक बालों में भृंगराज तेल लगाने की बात है, तो इस तेल का ज्यादा फायदा उठाने के लिए इसे तिल, नारियल, आंवला, ब्राह्मी आदि में से किसी भी तेल के साथ मिलाकर बालों में लगाएं।
बालों में ऐसे लगाएं भृंगराज तेल
बाल रूखे और बेजान हो गए हैं तो हेयर ऑयलिंग से आप उनकी खोई हुई चमक लौटा सकते हैं। इसके लिए हफ्ते में 2 से 3 बार भृंगराज तेल को हल्का गर्म करें। आप चाहें तो भृंगराज तेल के साथ तिल, नारियल, आंवला, ब्राह्मी तेल भी मिला सकते हैं। बालों में तेल हमेशा रात में सोने से पहले लगाएं। इसे पूरी रात बालों में लगा रहने दें, फिर सुबह बालों को शैंपू करें।
सबसे पहले स्कैल्प और बालों में तेल डालकर उंगलियों के पोरों से अच्छी तरह मसाज करें। फिर गर्म पानी में तौलिया भिगोकर सिर पर पांच मिनट के लिए गर्म तौलिया बांधें। पांच मिनट बाद तौलिये को फिर गर्म पानी में डुबोएं और सिर पर लपेटें। यह प्रक्रिया 4 से 5 बार दोहराएं। सिर पर गर्म तौलिया बांधने से बालों के क्यूटिकल्स खुल जाते हैं और सेबेसियस ग्लैंड्स सक्रिय हो जाते हैं। इससे तेल बालों की जड़ों में गहराई तक जा पाता है।
डैंड्रफ की समस्या से परेशान हैं तो रात में तेल लगाने के बाद सुबह बाल धोने से आधा घंटा पहले स्कैल्प पर नींबू का रस लगाएं, फिर बालों को शैम्पू कर लें। ऑयल थेरेपी से बाल मजबूत, लंबे, घने और चमकदार बनते हैं। इससे बालों का रूखापन और डैंड्रफ भी दूर हो जाता है।
भृंगराज तेल लगाने के फायदे
भृंगराज तेल बालों के टैक्स्चर में सुधार लाता है, पोषण देता है, चमक बढ़ाता है, बालों का झड़ना रोकता है, ग्रोथ बढ़ाता है, उन्हें मजबूत और घना बनाता है।
बाल समय से पहले सफेद होने लगे हैं तो भृंगराज तेल लगाएं, ये बालों का सफेद होना रोकता है।
भृंगराज तेल में ठंडक प्रदान करनेवाले गुण होते हैं जो तनाव दूर करने में मदद करते हैं और ताजगी का एहसास कराते हैं।
भृंगराज तेल हेयर फॉलिकल्स को सक्रिय कर उनकी ग्रोथ बढ़ाता है, जिससे बालों का झड़ना रुकता है और बाल तेजी से बढ़ने लगते हैं।
इस तेल में मौजूद आयरन, विटामिन ई, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व उन कमियों को पूरा करते हैं, जिनकी वजह से बाल झड़ते हैं।