पूर्व वायु सेना प्रमुख आरके भदौरिया बीजेपी में शामिल !

पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल, देश में राफेल जेट लाने में निभाई थी प्रमुख भूमिका
RKS Bhadauria Joins BJP News: भारत की जिस टीम ने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदने के लिए बातचीत की थी, उस टीम का नेतृत्व पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के पास ही था.

Former IAF Chief RKS Bhadauria Joins BJP: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल (रिटायर्ड) आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं. पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में रविवार (24 मार्च) को पूर्व वायुसेना प्रमुख ने बीजेपी का दामन थामा. लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग की शुरुआत 19 अप्रैल से होने वाली है, जबकि नतीजों का ऐलान 4 जून को होगा.

आरकेएस भदौरिया सितंबर 2021 में वायुसेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए थे. इस तरह उनकी जगह एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को वायुसेना प्रमुख बनाया गया. भदौरिया 30 सितंबर, 2019 से लेकर 30 सितंबर, 2021 तक देश के वायुसेना प्रमुख थे. वह उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बाह तहसील के रहने वाले हैं. उन्होंने भारत को राफेल जेट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह उस टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जो फ्रांस के साथ विमानों के लिए बातचीत कर रही थी.

कहां से मिल सकता है आरकेएस भदौरिया को टिकट? 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीजेपी पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया को उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है. वर्तमान में जनरल वीके सिंह इस सीट से बीजेपी सांसद हैं. वह 2014 और 2019 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं. बीजेपी की तरफ से अब तक उम्मीदवारों की जारी की गई चारों लिस्ट में गाजियाबाद से प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आरकेएस भदौरिया को इस सीट से उतारा जा सकता है.

मेरी सर्विस का सबसे अच्छा समय बीजेपी सरकार में बीता: आरकेएस भदौरिया 

एयर चीफ मार्शल (रिटायर्ड) आरकेएस भदौरिया ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा, “मैं एक बार फिर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का अवसर देने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं. मैंने चार दशकों से ज्यादा समय तक भारतीय वायुसेना की सेवा की, लेकिन मेरी सेवा का सबसे अच्छा समय बीजेपी सरकार के नेतृत्व में पिछले 8 साल रहे.”

सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए गए कदम: पूर्व वायुसेना प्रमुख

आरकेएस भदौरिया ने आगे कहा, “हमारी सशस्त्र सेनाओं को सशक्त एवं आधुनिक बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस सरकार के जरिए उठाए गए सख्त कदमों ने न केवल सेनाओं में एक नई क्षमता को पैदा किया है, बल्कि उन्हें एक नया आत्मविश्वास भी दिया है. सरकार के आत्मनिर्भर कदम के नतीजे जमीन पर देखे जा सकते हैं. सुरक्षा की दृष्टि से सरकार के जरिए उठाए जा रहे कदम बेहद अहम हैं और भारत को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.”

आरकेएस भदौरिया ने देश को दिलाए राफेल और तेजस जैसे एयरक्राफ्ट

भारत ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए एक टीम बनाई थी. इस टीम का नेतृत्व पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के पास ही था. उस वक्त वह उप वायुसेना प्रमुख थे. आरकेएस भदौरिया के नेतृत्व में कई बाधाओं को पार करते हुए भारत और फ्रांस के बीच राफेल विमानों के लिए डील हुई थी. विमानों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर सितंबर 2016 में किए गए थे. भदौरिया के योगदान के लिए पहले राफेल की पूंछ (टेल) पर उनके नाम के दो शुरुआती अक्षरों RB008 को अंकित किया गया था.

सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि भदौरिया ने स्वदेशी तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) प्रोग्राम को तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पूर्व वायुसेना प्रमुख तेजस प्रोग्राम के साथ करीबी से जुड़े हुए थे. वह एलसीए प्रोजेक्ट पर नेशनल फ्लाइट सेंटर के चीफ टेस्ट पायलट और प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे. भदौरिया तेजस पर प्रारंभिक प्रोटोटाइप फ्लाइट टेस्ट में भी शामिल थे.

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