भोपाल ड्रग्स के लिए सेफ ?

हरीश ने कहा था कि भोपाल ड्रग्स के लिए सेफ, यहां काम शुरू कराओ
पुलिस की पूछताछ में हरीश आंजना ने बताया कि उसी ने नासिक के रहने वाले सान्याल बाने से भोपाल से कारोबार शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद सान्याल ने भोपाल के अपने पुराने परिचित अमित चतुर्वेदी को एक बंद फैक्ट्री की तलाश करने के लिए कहा था।
Bhopal Drugs Factory: हरीश ने कहा था कि भोपाल ड्रग्स के लिए सेफ, यहां काम शुरू कराओ
बगरोदा स्थित इसी फैक्ट्री में बनाई जा रही थी ड्रग्स।
  1. पुलिस की पूछताछ में आरोपित उगल रहे राज।
  2. बगरोदा में पुलिस चौकी नहीं, इसलिए यहां बनाया कारखाना।
  3. शहर से बाहर स्थित है बगरौदा, जहां से निकलना भी आसान।

 भोपाल। राजधानी की नवनिर्मित औद्योगिक नगर बगरोदा शहर के बाहर है, जहां से आसानी से शहर से बाहर निकला जा सकता है। खास बात यह है कि इस औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस की चौकी तक नहीं है, इसलिए रोक-टोक का खतरा भी नहीं रहता है। इस कारण तीनों आरोपितों ने यहां से ड्रग्स का कारोबार करना तय किया। यह जानकारी हरीश आंजना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताई है।

हरीश ने यह भी बताया कि उसी ने नासिक के रहने वाले सान्याल बाने से भोपाल से कारोबार शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद सान्याल ने भोपाल के अपने पुराने परिचित अमित चतुर्वेदी को एक बंद फैक्ट्री की तलाश करने के लिए कहा। अमित ने फैक्ट्री की तलाश की और ड्रग्स बनाने का काम शुरू हुआ। यहां सात माह से ड्रग्स बनाने का काम चल रहा था। कच्चा माल उपलब्ध करवाने और ड्रग्स की सप्लाई का काम हरीश संभालता था।
पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग
इंडस्ट्री आफ बगरोदा के अध्यक्ष नवनीत व्यास ने बताया कि हमारी समिति ने पुलिस चौकी की मांग की है। यह नया औद्योगिक क्षेत्र है। बाहर से कोई भी आता है और घटना कर आराम से पांच मिनट में इंदौर और जबलपुर हाईवे पकड़कर बाहर निकल जाता है। इसके लिए क्षेत्र को सुरक्षित करने की जरूरत है।
आरोपितों को फैक्ट्री लाकर एनसीबी ने न्यायाधीश के सामने रखे सबूत
न्यायाधीश कपिल बौरासी, विशेष लोक अभियोजक सुनील श्रीवास्तव और टीम ने मंगलवार को बगरोदा गांव स्थित फैक्ट्री में जाकर निरीक्षण किया और जब्त माल के नमूनों को प्रयोगशाला भेजने की कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सामने पेश की। इस दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी अमित चतुर्वेदी और सान्याल बाने को मौके पर लेकर पहुंचा था, जहां उनके सामने यह कार्रवाई की गई और पूरे साक्ष्य रखे गए। जांच टीम ने बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री से 58.61 किलोग्राम मेफेड्रोन पाउडर और 848.480 किलो ग्राम तरल मेफेड्रोन के साथ-साथ अन्य कच्चा माल और प्रयोगशाला उपकरण बरामद करने का रिकॉर्ड दिया है। जब्त माल के लगभग 50 नमूनों सीलबंद कर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं। बता दें कि अभियोजन ने सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कपिल बौरासी के न्यायालय में एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था, जिसमें जब्त माल की सूची प्रस्तुत करते हुए उसकी शुद्धता प्रमाणित करने, अपनी उपस्थिति में सूची में शामिल जब्त वस्तुओं की तस्वीरें और नमूनों को प्रयोगशाला भेजने की अनुमति मांगी थी।\

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