संभल में हुए बवाल के आरोपियों की तलाश में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिश जारी है। अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें तीन नाबालिग भी हैं। एक दर्जन से ज्यादा लोग हिरासत में हैं। उनसे पूछताछ कर अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके अलावा फुटेज देखकर पुलिस आरोपियों की पहचान कर रही है। जो आरोपी अपने घरों पर ताले लगाकर भाग निकले हैं, उनके रिश्तेदारों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सड़कों पर पुलिस की गश्त के बीच बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा।
उपद्रवियों ने वाहनों को किया आग के हवाले …
संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान चंद मिनट में ही चार रास्तों से आई भीड़ मस्जिद के बाहर जुट गई थी। इसके अलावा छतों पर महिलाएं थीं। जब बवाल शुरू हुआ तो सड़क पर युवा और नाबालिग व छतों से महिलाओं ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट चलाकर बवाल को नियंत्रित किया। फिर कार्रवाई भी शुरू कर दी। इस मामले में पुलिस ने सात मुकदमे दर्ज कराए हैं।
संभल कोतवाली में पुलिस की गिरफ्त में बवाल करने के आरोपी – फोटो : संवाद
तीन महिला, तीन नाबालिग समेत 27 गिरफ्तार
रविवार रात से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। सोमवार तक तीन महिलाओं और तीन नाबालिगों समेत 27 आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। सोमवार को पुलिस टीमों ने उन घरों की सूची तैयार की है। साथ ही घरों से भागे लोगों के रिश्तेदारों की जानकारी जुटाकर वहां भी दबिश दी जा रही है। सोमवार देर रात तक पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में दबिश देती रहीं। पुलिस की टीमें हिरासत में लिए गए लोगों को फोटो दिखाकर पथराव करने वालों की पहचान कराने में जुटी हैं।
संभल में ड्यूटी चेक करते डीआईजी मुनिराज जी
देर रात पहुंचे एडीजी, मंडल भर के अधिकारियों के साथ की बैठक
बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा सोमवार देर रात संभल पहुंच गए और उन्होंने मंडल भर के अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने आगे की रणनीति भी बनाई है। संभल में सीएए बवाल के दौरान एडीजी रमित शर्मा मुरादाबाद के आईजी थे। तब उन्होंने 15 दिन तक संभल में रहकर बवाल को शांत कराया था। मीटिंग में उन्होंने अफसरों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें बताया कि बवाल को कैसे शांत कराना है। उन्होंने डीआईजी मुनिराज जी और एसपी संभल के साथ ही अन्य अधिकारियों से भी अब तक की कार्रवाई और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली है। मंडल के अन्य जनपदों के पुलिस अधिकारी भी संभल पहुंच चुके हैं।
संभल में जहां हुआ बवाल, वहां पर फ्लैगमार्च करते एएसपी श्रीश्चंद्र ..
अफसरों ने फोर्स संग संभल में पैदल मार्च
शहर पूरी तरह शांत है, लेकिन पुलिस अधिकारी फोर्स संग सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। देर रात पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ पैदल मार्च किया। उन्होंने इस दौरान लोगों से अपील भी की वह किसी अफवाह पर ध्यान न दें।
घायल सिपाही की हालत स्थिर कई पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लौटे
संभल बवाल में एसडीएम, एएसपी, सीओ और 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें से एक सिपाही आशीष वर्मा को गंभीर हालत में मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत स्थिर है। एसडीएम एएसपी व अन्य पुलिसकर्मी घायल होने के बाद भी ड्यूटी में डट गए। पुलिस अधिकारी लगातार घायल सिपाही की हालत की जानकारी ले रहे हैं।
बवाल के दौरान ईंट-पत्थर लगने से एसडीएम रमेश बाबू, एएसपी श्रीशचंद्र और सीओ अनुज चौधरी भी घायल हो गए। इनके अलावा 16 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। सिपाही आशीष वर्मा के सिर में पत्थर लगा, जिससे उनकी हालत गंभीर है। चौबीस घंटे बीतने के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं है।
इसके अलावा सिपाही कपिल कुमार, रूचिन कुमार, दरोगा संजीव कुमार, सिपाही शेर हिसंह, विनीत कुमार, सोनवीर सिंह, सौरभ प्रताप, यशपालसिंह, नवदीप, दीपक और सिपाही नितिन सिरोही के अलावा कुढ़फतेहगढ़ थाने के इंस्पेक्टर राधेश्याम शर्मा, रजपुरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरिश कुमार, कैला देवी थाना प्रभारी राजीव कुमार मलिक घायल हुए हैं।
किसी के हाथ तो किसी के पैर में पत्थर लगा है। इन सभी पुलिसकर्मियों ने संभल के जिला अस्पताल में इलाज व मेडिकल कराया। इनमें इंस्पेक्टर राजीव कुमार मलिक और हरीश कुमार समेत कई पुलिस तो घायल होने के बावजूद ड्यूटी पर लौट आए। डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि पथराव में एसडीएम, एएसपी, सीओ के साथ ही 16 पुलिसकर्मी घायल हुए। मेरठ में भर्ती सिपाही की हालत को लेकर लगातार जानकारी ले रहे हैं।