ग्वालियर पुलिस का फर्जीवाड़ा ?

3 साल में 507 केसों में ग्वालियर पुलिस का फर्जीवाड़ा
न्याय पर भारी पुलिस की ‘साजिश’ 100 मामलों में तो एक ही गवाह

आरोपी से डील होने पर 20 फीसदी रकम लेकर मुकर जाते हैं ये गवाह….

कोर्ट को न्याय का मंदिर माना जाता है, लेकिन यहां पुलिस ही फर्जी गवाह पेश करने से नहीं चूक रही। ग्वालियर पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में 507 आपराधिक मामलों में खुद के बनाए फर्जी गवाह पेश किए हैं। हर थाने में ऐसे गवाह पहले से तय होते हैं। इन गवाहों को थाने में बुलाए बिना ही एफआईआर में दर्ज कर लिया जाता है। बाद में उन्हें घटना की झूठी कहानी समझा दी जाती है।

सबसे बड़ा उदाहरण त्यागी नगर के एसपी कुशवाह हैं। पुलिस ने उन्हें 100 मामलों में फर्जी गवाह बनाकर पेश किया है। ऐसे और भी कई गवाह पुलिस के पास मौजूद हैं। इस फर्जीवाड़े का मकसद पैसा कमाना भी होता है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, हर थाने में कुछ तय गवाह रहते हैं।

विवेचक अपनी सुविधा के अनुसार किसी को भी गवाह बना लेता है। इसके बाद आरोपी और पीड़ित से डील कर मोटी रकम वसूली जाती है। इसमें से 20% तक हिस्सा गवाह को दिया जाता है। ग्वालियर जोन आईजी अरविंद सक्सेना ने कहा- ऐसे मामले जानकारी में हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे घटना में स्वतंत्र व स्थानीय गवाह जुटाएं, ताकि केस मजबूत रहे।

…….खोजे कई फर्जी गवाह… बोले- पुलिस ने ही गवाह बनाया

100 केस में गवाही, इनाम पुलिस रक्षा समिति का कार्ड

त्यागी नगर निवासी 26 वर्षीय एसपी कुशवाहा अब तक 100 मामलों में गवाह बन चुका है। जब हम उसके घर पहुंचे, तो परिजनों ने पूछताछ के बाद ही मिलने दिया। एसपी कुशवाहा ने बताया- मैं बेरोजगार हूं। पुलिस अपनी मर्जी से मुझे गवाह बना देती है। कुछ देर बाद उसने माना कि गवाही देने के बदले पुलिस ने उसे रक्षा समिति का कार्ड दिया था। उन्होंने बताया कि अब पुलिस से गवाह बनने से इनकार कर दिया है। पुराने मामलों में भी गवाही देने भी नहीं जा पाता।

जज के ड्राइवर ने ही दे दी 16 मामलों में गवाही

जिला न्यायालय में एक जेएमएफसी जज का निजी ड्रायवर मोनू जाटव 16 केर्सों में गवाही दे चुका है। 9 अगस्त 2021 को रात 10:30 से 10:53 तक (23 मिनट) आबकारी एक्ट के तीन मामलों में गवाही दी। जब भास्कर टीम मोनू के घर श्रीनगर कॉलोनी पहुंची तो उसकी मां मिलीं। उन्होंने मोनू का मोबाइल नंबर तक होने से मना कर दिया। लेकिन मोनू ने हमें घर पर लगे सीसीटीवी के एक्सेस से मोबाइल पर देख लिया। जब हमारी मोनू से बात हुई तो बोला पुलिस ने खुद उसे गवाह बनाया है।

थाने में गाड़ी लगाई, पुलिस ने गवाह ही बना दिया

थाटीपुर के शिवाजी नगर निवासी पूरन राणा 4 पुलिस प्रकरणों में गवाह है। वह 18 अक्टूबर 2022 को 2 घटनाओं में गवाह है। इनमें एक घटना शाम 6:30 बजे और दूसरी शाम 6:59 बजे हुई। दोनों घटनओं में सिर्फ 29 मिनट का अंतर रहा। पूरन दोनों में गवाह के तौर पर मौजूद था। भास्कर टीम को उसने बताया कि उसकी गाड़ी थाने में लगी थी। जब पुलिस को कोई गवाह नहीं मिलता तो मुझे ही गवाह बना देते। अब मेरी गाड़ी थाने से हट गई है और मैं गवाह भी नहीं बनता।

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