ज्योतिरादित्य सिंधिया की ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से दूरी पर भाजपा में टेंशन ?
ज्योतिरादित्य सिंधिया की ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से दूरी पर भाजपा में टेंशन
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में भाजपा के अंदरूनी टकराव की खबरें आ रही हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर के विकास के लिए सीमाएं लांघने का आग्रह किया है। इससे सिंधिया और सांसद भारत सिंह कुशवाह के बीच की दूरियां सामने आ गई हैं।

- सिंधिया की दूरी से ग्वालियर के विकास पर पड़ रहा असर।
- भाजपा नेतृत्व इस मसले पर गंभीर, जल्द हो सकता है हल।
- कुशवाह और सिंधिया के बीच तकरार से भाजपा की चुनौती बढ़ी।
ग्वालियर(MP Politics)। राजमाता विजयाराजे कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के ग्वालियर के विकास के लिए सीमाएं लांघने का आग्रह के अलग-अलग राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने मंगलवार को नगर प्रवास के दौरान जिले वरिष्ठ नेताओं से भी इस संबंध में जानकारी ली है और वरिष्ठ नेतृत्व इस मसले पर अब गंभीर नजर आ रहा है।
अपडेट लेने के साथ आवश्यक निर्देश देते थे
सांसद भारत सिंह कुशवाह के उनके संसदीय क्षेत्र दखलंदाजी पर पार्टी में आतंरिक रूप से आपत्ति दर्ज कराने के बाद से सिंधिया जिले के सामाजिक कार्यों में सहभागिता कर रहे हैं, लेकिन विकास कार्यों से दूरी बना ली है। इससे पहले एलिवेटड रोड सहित संसदीय क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों पर अधिकारियों की बैठक लेकर अपडेट लेने के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश भी देते थे।
सामने आई थी अनबन
जीवाजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम से केंद्रीय मंत्री और सांसद के बीच अनबन सामने आई थी। जीवाजी विश्वविद्यालय प्रांगण में उप-राष्ट्रपति महाराजा जीवाजी राव सिंधिया के प्रतिमा अनावरण समारोह से सिंधिया और सांसद के बीच चल रही अनबन सामने आई थी। इस कार्यक्रम में सांसद को आमंत्रित नहीं किया गया था।
कुशवाह ने अन्य शासकीय कार्यक्रमों में सहभागिता की थी। इसी आंतरिक द्वंद के कारण ग्वालियर व्यापार मेला का न उद्घाटन हो पाया और न ही समापन हुआ। इस टकराव जिले के अधिकारी अजीबो-गरीब द्वंद फंसे हुए हैं।
सिंधिया से कांग्रेस से आग्रह विकास के लिए आगे आएकांग्रेस नेता राजकुमार शर्मा ने सिंधिया को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि विकास कार्यों से दूरी से अंचल का विकास अवरूद्ध होगा और आपकी खामोशी से क्षेत्र को नुकसान होगा।