उत्तराखंड: अभेद्य किले में तब्दील होगा हरिद्वार, जानें क्यों लगेगी VIP एंट्री पर पाबंदी?

 राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शुक्रवार शाम कहा कि कोरोना और जोशीमठ आपदा के बाद राज्य में बहुत कुछ बदला हुआ है.

उत्तराखंड राज्य पुलिस महानिदेशालय में शुक्रवार को महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई. कई घंटे तक चली बैठक में उत्तराखंड सहित कई अन्य राज्यों के आला पुलिस अफसर भी मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने की. बैठक में जिन अन्य राज्यों व अनुभागों के पुलिस अधिकारी पहुंचे वो थे, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, एनआईए और रेलवे सुरक्षा बल.

बैठक बुलाए जाने का प्रमुख मकसद था कुंभ मेले के मौके पर राज्य को किसी भी कीमत पर अभेद्य किले में तब्दील कर देना. तय हुआ कि, चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजामों में इंटेलीजेंस इनपुट, सतर्कता के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए, ताकि सुरक्षा इंतजामों में कोई कोर-कसर बाकी न रहने पाए.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी इंटेलीजेंस) निवेदिता कुकरेती के संचालन में आयोजित बैठक में और भी तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों पर कई घंटे माथा-पच्ची की गई. टीवी9 भारतवर्ष से विशेष बातचीत में राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शुक्रवार शाम कहा कि कोरोना और जोशीमठ आपदा के बाद राज्य में बहुत कुछ बदला हुआ है. लिहाजा इस साल आयोजित होने वाले कुंभ मेले के लिए विशेष तैयारियां अभी से किया जाना बेहद जरूरी था. इसी के चलते तमाम राज्यों के पुलिस अफसरों के साथ इंटरस्टेट मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग कामयाब रही, हमने अपनी बातें शेयर कीं. जबकि अन्य राज्यों से मीटिंग में पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने भी काफी कुछ सुरक्षा के लिहाज से बिंदु शेयर किए.

CCTV के जाल में होगा हरिद्वार

पुलिस महानिदेशक ने एक सवाल के जबाब में कहा कि कुंभ के दौरान होने वाले शाही स्नानों को सकुशल संपन्न कराना भी एक चुनौती होती है. इस बार हम भीड़ प्रबंधन में कुछ नई तकीनीक का इस्तेमाल करने की भी सोच रहे हैं. साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का इस्तेमाल भी करेंगे. अशोक कुमार ने आगे कहा कि दरअसल कुंभ मेले के दौरान सोशल मीडिया की निगरानी करना भी हमारी चुनौती होगी, क्योंकि आजकल के वक्त में सोशल मीडिया के जरिए अगर कुछ अच्छी-जरूरी बातें प्रसारित होती हैं तो उसके दुरुपयोग से सेकेंड्स में गलत सूचनाएं और अफवाहें भी बहुत जल्दी प्रचारित-प्रसारित होने लगती हैं.

उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि पूरे मेला परिसर और बाकी भी कई किलोमीटर के इलाके को सीसीटीवी कैमरों के जाल से घेर दिया जाए, ताकि आपात स्थिति में वो पुलिस के लिए तीसरी आंख का काम कर सकें. पुलिस निगरानी में सीसीटीवी कैमरों और उसके कंट्रोल रूम की अपनी विशेष महत्तता होती है.

भीड़ प्रबंधन होगा चुनौती

बैठक में मौजूद संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक (कुंभ), एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक (अभिसूचना एवं सुरक्षा) उत्तराखंड ने, कुंभ मेले के दौरान शाही स्नानों एवं अन्य स्नानों में किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग, यातायात प्लान पर किए जाने वाले पुलिस प्रबंधन, पूर्व में घटित हुए दुर्घटनाओं आदि के बारे में चर्चा की. बैठक में चर्चा हुई कि कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. शाही स्नानों एवं प्रमुख स्नानों के दौरान भीड़ प्रबंधन हेतु ट्रैफिक प्लान, ट्रैफिक डायवर्जन आदि महत्वपूर्ण सूचनाओं का सीमावर्ती प्रदेशों से अपने-अपने जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने की रणनीति को भी बैठक में मूर्त रूप दिया गया.

VIP मूवमेंट पर होगी पाबंदी

डीजीपी उत्तराखंड के मुताबिक अंतरराज्जीय पुलिस समन्वय बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिनमें, केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेले के लिए जारी एसओपी का पूर्णतः पालन किया जाना सुनिश्चत किया जाएगा. जारी दिशा-निर्देशों का सोशल मीडिया प्लेटफार्म से भी प्रचार-प्रसार करेंगे. बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि जो भी तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु उनके राज्य से कुंभ मेले में आएं वो कोविड गाइडलाइंस का अनुपालन करेंगे. तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं को कुंभ मेला के वेब पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने और कोविड नेगिटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता पर भी बैठक में चर्चा हुई. शाही स्नानों के दिन वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी. वीआईपी यदि आना चाहते हैं तो वे एक साधारण श्रद्धालु की भांति ही आ सकते हैं.

“कॉमन पुलिस वायरलेस फ्रिक्वेन्सी” होगी

डीजीपी के मुताबिक ट्रैफिक डायवर्जन में सीमावर्ती राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है. लिहाजा सभी सीमावर्ती राज्यों के नोडल अधिकारियों में समन्वय एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा. प्रमुख स्नान वाले दिनों में यातायात का दबाव अधिक होने पर उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. इस संबंध में जल्द ही सभी सीमावर्ती जनपदों के पुलिस उपाधीक्षकों एवं थाना प्रभारियों की भी एक बैठक हरिद्वार में आयोजित की जाएगी.

रेलवे में अधिक भीड़ होने पर सीमावर्ती नजीबाबाद और सहारनपुर के रेलवे स्टेशनों को भी एक्टिव किया जाएगा. कुंभ मेले के मार्गों पर सीमावर्ती राज्यों द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर एंबुलेंस एवं क्रेन तैनात करने किए जाने की रूपरेखा को मूर्त रूप दिया गया. मेले के दौरान संपर्क एवं संचार के लिए वायरलेस का उपयोग किया जाएगा और एक “कॉमन पुलिस वायरलेस फ्रिक्वेन्सी” की व्यवस्था कर ली जाएगी. प्रत्येक राज्य एवं एजेंसी में एक वरिष्ठ अधिकारी को कुंभ मेले में समन्वय हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा.

भीड़ में ‘मानव तस्करी’ की संभावना

राज्य पुलिस प्रमुख अशोक कुमार ने आगे कहा कि कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक पेज भी बनाया गया है. इस पेज पर कुंभ से जुड़ी सभी सूचनाएं, श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके साथ ही उत्तराखंड पुलिस के फेसबुक पेज और ट्विटर हैण्डल से भी ट्रैफिक प्लान और पार्किंग की जानकारी श्रद्धालु घर बैठे पा सकेंगे. अन्तर्राज्यीय अपराधियों के संबंध में विवरण, डोजियर्स आदि का आदान-प्रदान किए जाने, मानव तस्करी, जेब कतरों, ईनामी एवं वांछित अपराधियों की कड़ी नगरानी करने और इनके संबंध में जानकारी तुरंत साझा करने पर भी बैठक में बल दिया गया.

अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चैक पोस्ट- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चैक पोस्ट, लखनौता चैक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गोवर्धन चैक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चैकिंग की जाएगी. बैठक में दीपक रावत मेलाधिकारी, कुंभ मेला एवं सभी राज्यों और एजेंसियों के अधिकारियों द्वारा कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में और भी तमाम बिंदुओं पर खुलकर चर्चा की गई.

ये भी आला पुलिस अफसर रहे मौजूद

बैठक में आलोक मित्तल, अपर पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, हरियाणा, राजीव सभरवाल, अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन, उत्तर प्रदेश, पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, सीआईडी/पीएसी, अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, पीएम वीनमुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, रूपिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना, राजस्थान, दिलजीत ठाकुर, पुलिस महानिरीक्षक, हिमाचल प्रदेश, एनएन सिंह, एडीआरएम, उत्तर रेलवे, मुरादाबाद, रविकांत, एसीपी, दिल्ली पुलिस, कुलदीप नारायण, पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उत्तर प्रदेश सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *