दमोह विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद, जयंत मलैया को नोटिस और बेटे को पार्टी से निलंबित किया गया

दमोह विधानसभा उपचुनाव के नतीजे में बीजेपी को मिली हार के बाद सीनियर नेता जयंत मलैया को नोटिस दिया गया है जबकि उनके बेटे को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह (Damoh) जिले में विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) में हार के बाद बीजेपी ने अब बड़ा एक्शन लिया है. प्रदेश के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयंत मलैया को बीजेपी संगठन ने कारण बताओ नोटिस और उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.

राज्य में बीजेपी के सीनियर नेता जयंत मलैया के खिलाफ भी पार्टी कोई बड़ा एक्शन ले सकती है. इसके अलावा दमोह जिले के पांच मंडल अध्यक्ष भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिए गए हैं. इनमें अभाना मंडल से अजय सिंह, दीनदयाल नगर मंडल से संतोष रोहित, दमयंती मंडल से मनीष तिवारी, बांदकपुर मंडल से अभिलाष हजारी और बॉसा मंडल देवेन्द्र सिंह राजपूत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.

राहुल लोधी ने अपनी हार का ठीकरा मलैया परिवार पर फोड़ा

प्रदेश में दमोह विधानसभा सीट के लिए 17 अप्रैल को उपचुनाव हुआ था और 2 मई को नतीजे सामने आए थे. इन नतीजों में कांग्रेस उम्मीदवार अजय टंडन ने कांग्रेस से दल बदल कर बीजेपी में गए राहुल लोधी को 17 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. बता दे कि जयंत मलैया के वॉर्ड से भी राहुल लोधी हार गए थे. जिसके बाद से ही मलैया परिवार की निष्ठा को लेकर पार्टी में सवाल खड़े हो रहे थे. राहुल लोधी ने भी मलैया परिवार पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ा था. वहीं बीजेपी के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बताया है कि इस चुनाव में हम हार जरूर गए लेकिन ये चुनाव हमें बहुत कुछ सिखा गया. प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि जयचंद और अपनों में भेदियों के कारण हम ये लड़ाई हार गए है.

मलैया के बेटे सिद्धार्थ विधानसभा सीट से कर रहे थे दावेदारी

मध्य प्रदेश में बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य संधिया के समर्थक विधायकों के दल बदल और कमलनाथ सरकार गिरने के बाद से ही राहुल लोधी भी कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके चलते दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. वहीं राहुल लोधी के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही जयंत मलैया काफी नाराज चल रहे थे. मलैया पार्टी के सीनियर नेता और दमोह सीट से लगातार 6 बार से विधायक रह चुके हैं. वो दमोह विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार थे. यहां तक कि विधानसभा उपचुनाव में उनके बेटे सिद्धार्थ ने बीजेपी से टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी.

संगठन ने मलैया और उनके बेटे पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का लगा आरोप

हालांकि बाद में बीजेपी के संगठन का दबाव पड़ने के बाद से ही उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली थी. लेकिन उनका टिकट काटकर लोधी को दल बदल का इनाम पार्टी ने दिया. जिसके चलते कहीं न कहीं राहुल की दावेदारी को मलैया परिवार इस चुनाव से जुड़ नहीं पाया और खुद मलैया के वार्ड से लोधी चुनाव हार गए. जिसके कारण अब संगठन ने जयंत मलैया और उनके बेटे सिद्धार्थ के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कार्रवाई की है.

मलैया ने अपने ऊपर लगे आरोपो को किया खारिज

बीजेपी नेता जयंत मलैया ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई पेश करते हुए कहा कि जनता राहुल लोधी के दलबदल और खराब प्रदर्शन के कारण काफी नाराज थी. उन्हेंने कहा कि राहुल लोधी सिर्फ मेरे ही वार्ड से ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के वॉर्ड से भी चुनाव हार गए हैं.

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