उत्तराखंड: स्वास्थ्य निदेशक ने सरकारी डॉक्टरों को दी चेतावनी, जेनरिक की जगह ब्रांडेड दवा लिखी तो होगी कार्रवाई

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को गुणवत्ता पूर्ण इलाज मुहैया कराने के लिए देशभर में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं जहां पर ब्रांडेड दवाओं के मुकाबले कहीं सस्ते जेनेरिक दवाओं की बिक्री होती है.

उत्तराखंड (Uttarakhand) की स्वास्थ्य निदेशक तृप्ति बहुगुणा ने सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को जेनेरिक दवाओं की जगह ब्रांडेड दवाएं लिखने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने न्यायाधिकार क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों में सुनिश्चित करें कि डॉक्टर केवल जेनेरिक दवाएं ही लिखें. बहुगुणा ने ऐसे नहीं करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है.

सस्ती होती हैं जेनरिक दवाएं

गौरतलब है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को गुणवत्ता पूर्ण इलाज मुहैया कराने के लिए देशभर में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं जहां पर ब्रांडेड दवाओं के मुकाबले कहीं सस्ते जेनेरिक दवाओं की बिक्री होती है.

सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि सरकार समय-समय पर आदेश जारी कर डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं ही लिखने को कहती रही है लेकिल ऐसा पाया गया है कि आदेश का उल्लंघन करते हुए डॉक्टरों द्वारा ब्रांडेड दवाएं लिखने का क्रम जारी है.

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