Punjab Assembly Election 2022: पट्टी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा, शिरोमणि अकाली दल से फिर होगी टक्कर
पट्टी सीट अकाली दल का गढ़ मानी जाती रही है. लेकिन 2017 में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज करके सबको चौंका दिया था.
पंजाब में चुनावी समर की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. सियासी दल अपने-अपने पासे फेंकने लगे हैं. जीत-हार तो चुनाव का परिणाम बताएगा लेकिन सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने के लिए राजनीतिक दलों में होड़ लगी है. बात करते हैं पंजाब की पट्टी विधानसभा (Patti Assembly Seat) कि जो शिरोमणि अकाली दल का गढ़ माना जाता रहा है. लेकिन 2017 में इस सीट पर कांग्रेस ने भी जीत दर्ज करके सबको चौंका दिया था वहीं आगामी चुनाव में इस सीट को बचाना कांग्रेस के लिए चुनौती होगी. तो शिरोमणि अकाली दल अपने गढ़ पर एक बार फिर परचम बुलंद करना चाहेगी.
शिरोमणि अकाली दल का गढ़
पट्टी विधानसभा (Patti Assembly Seat) में 1951 में अस्तित्व में आई. जिसके बाद से लगातार चुनाव होते आ रहे हैं. 1951 से 2017 तक 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. जिसमें अब तक सबसे ज्यादा शिरोमणि अकाली दल को इस सीट पर जीत मिली है. वहीं 1977 से लेकर 2012 तक 8 चुनाव में से 7 चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने यहां जीत दर्ज की है. जबकि एक बार कांग्रेस पार्टी को जीत मिली.
पट्टी विधानसभा सीट (Patti Assembly Seat) पंजाब की महत्वपूर्ण सीट है. 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव फरवरी या मार्च होने जा रहा है. इस विधानसभा चुनाव में 117 सदस्यों का चुनाव होना है. 2017 में चुनी गई वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त होगा. पट्टी विधानसभा सीट (Patti Assembly Seat) पंजाब के तरनतारन जिले में आती है.
कांग्रेस और अकाली दल में कड़ी टक्कर
2017 में कांग्रेस से हरमिंदर सिंह गिल ने शिरोमणि अकाली दल के आदेश प्रताप सिंह कैरों को 8363 मतों के अंतर से हराया था. 2012 से 1997 तक लगातार चार बार के चुनाव में अकाली दल के आदेश प्रताप सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी को हराकर कर जीत हासिल करते आए थे. वहीं आगामी चुनाव में शिरोमणि अकाली दल पट्टी सीट (Patti Assembly Seat) पर जीत दर्ज करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएगी, तो वहीं कांग्रेस के पास इसे बचाने की बड़ी चुनौती होगी.
कुछ ऐसे रहे परिणाम
1992 में कांग्रेस के सुखविंदर सिंह ने अकाली दल के पृथीपाल सिंह को हराकर जीत दर्ज किया था.
1985 में अकाली दल के नरंजन सिंह 31,428 मतों के साथ कांग्रेस के सुरिंदर सिंह को हराया था.
1980 में अकाली दल के नरंजन सिंह ने 29,894 मतों के साथ कांग्रेस के गुरदीप सिंह शहीद को हराकर जीत दर्ज किया था.
1977 में अकाली दल के निरंजन सिंह 24,964 मतों के साथ कांग्रेस के गुरदीप सिंह को हराकर जीत हासिल किया था.