गोहद ….अधर में अटकी विकास योजनाएं …..132 करोड़ की जलावर्धन योजना स्वीकृत, काम शुरू नहीं हाेने से पानी के लिए भटक रहे लाेग
- मंजूरी के बाद भी काम शुरू नहीं होने से परेशानी
गोहद नगर के विकास के लिए मंजूर विभिन्न विकास योजनाएं अधर में लटकी होने से नगर वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर की सालों से चली आ रही पेयजल समस्या का स्थाई समाधान अब तक नहीं हो सका है। जबकि इसके लिए वृहद जलावर्धन योजना पर स्वीकृति के बाद भी कामकाज नहीं हो सका है। इसी क्रम में सामुदायिक भवन का निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन इसके लिए अब तक उपयुक्त जगह नहीं तलाशी जा सकी है। इसके अलावा नगर में छात्राओं के लिए गर्ल्स कॉलेज और युवाओं के लिए आईटीआई कॉलेज खुलना है। मगर इन दोनों महाविद्यालयों के मंजूरी का प्रस्ताव गायब है।
गौरतलब है कि नगर में पिलुआ डेम से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कराए जाने के लिए 132 करोड़ रुपए की लागत की जलावर्धन योजना स्वीकृत है। इसके तहत 2031 की जनसंख्या के मद्देनजर नया फिल्टर प्लांट, 8 ओवरहेड टैंक, विभिन्न वार्डों में पाइप, प्रत्येक कनेक्शनधारी के घर पर मीटर आदि की व्यवस्था कराई जाना है। इस काम के लिए अजमेर की कंपनी को ठेका दिया गया था। इसके बाद भी साल भर से कोई कामकाज नहीं हुआ है। जबकि इस योजना के तहत काम कराने वाली कंपनी को पांच साल तक इसका न केवल स्वयं संचालन करना था, ।
विकास कार्यों के लिए नगरवासी कर चुके हैं मांग
नगर में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था, नए सामुदायिक भवन निर्माण, गर्ल्स और आईटीआई कॉलेज की मांग नगरवासी कई बार पूर्व जनप्रतिनिधियों, ;वर्तमान जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रशासनिक और नगर पालिका अधिकारियों को लिखित में आवेदन देते हुए कर चुके हैं। इन विकास कार्यों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रदर्शन भी किया गया था। मगर उसके बाद भी विकास कार्य शुरू न होकर अधर में लटके हुए हैं।
गर्ल्स कॉलेज नहीं, लड़कियों को छोड़नी पड़ती है पढ़ाई
गोहद नगर में गर्ल्स डिग्री कॉलेज और आईटीआई कॉलेज के लिए पूर्व विधायक रणवीर सिंह जाटव द्वारा प्रस्ताव दिया गया था। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मौखिक स्वीकृति प्रदान की गई थी। लेकिन इन दोनों प्रस्तावों को लेकर अब-तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। जबकि इन शिक्षण संस्थानों की क्षेत्र की भावी पीढ़ी को महती जरूरत है। इनके अभाव में बालिकाओं की स्नातक की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। नगर की अधिकांश बालिकाओं की पढ़ाई तो इंटर के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती हैं।
सामुदायिक भवन के लिए जगह नहीं हुई चयनित
नगर में नए सामुदायिक भवन का निर्माण होना है। जिसका प्रस्ताव पिछली परिषद में बना है। लेकिन पांच साल से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी नगर पालिका अधिकारी अब-तक सामुदायिक भवन निर्माण के लिए जगह चिहिन्त नहीं कर सकें हैं। ऐसे में सामुदायिक भवन का निर्माण अधर में अटका हुआ है। नगर में विकास कार्य शुरू नहीं होने से लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अफसरों की लापरवाही का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।
काम जल्द शुरू कराएंगे, नपा तैयारियां शुरू कीं
138 करोड़ रुपए की जलावर्धन योजना स्वीकृति मिल चुकी है। पेजयल आपूर्ति के लिए जल्द से जल्द काम शुरू कराया जाएगा। इसके लिए नपा द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
-सतीश दुबे, सीएमओ , नपा
शिक्षा मंत्री से बात करूंगा
मैं भोपाल जाकर शिक्षा मंत्री से महाविद्यालयों को लेकर बात करूंगा। मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि गोहद में गर्ल्स और आईटीआई कॉलेज खुलें।
-मेवाराम जाटव, विधायक , गोहद