वोट के लिए कुछ भी…:बेड़ियों में जकड़े, हाथ में कटोरा और गले में जूतों की माला, यूपी में वोट मांग रहे 7 MLA कैंडिडेट्स की कहानी
यूपी चुनाव 2022 में 7 प्रत्याशियों के वोट मांगने के तरीके सबसे जुदा हैं। किसी ने दूल्हे की तरह बारात निकाली, तो कोई जूते की माला पहनकर वोट मांगने निकल गया। आज हम इन्हीं अतरंगी उम्मीदवारों की कहानी लेकर आए हैं…
1. अगर मैं हारा तो चिता पर लेटते वक्त भी बेड़ियां मत काटना
बेड़ियों में जकड़े हुए, हाथ में कटोरा और वोट के साथ नोट की मांग। ये हैं फिरोजाबाद सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रामदास। इनका वोट मांगने का तरीका अनोखा है। रामदास मजदूरों के नेता हैं। चूड़ियों का काम करते हैं। उनका कहना है, ‘मजदूरों का शोषण हो रहा है। इसलिए ये बेड़ियां तभी उतरेंगी जब मजदूर इन बेड़ियों से आजाद होंगे।’
प्रचार में वे कहते हैं, ‘अगर मैं चुनाव नहीं जीता तो मेरी बेड़ियां नहीं कटेंगी। मैंने अपने बच्चों से बोल दिया है कि इस बीच मैं मर भी जाऊं तो मेरी चिता को बेड़ियों सहित आग लगाएं।’ उनका कहना है, ‘मेरे पास चुनाव लड़ने के भी पैसे नहीं हैं, इसलिए लोगों से वोट के साथ नोट भी मांग रहा हूं। इन्हीं पैसों से चुनाव लड़ूंगा।’
2. उधार के घोड़े पर वोट मांगते हैं, कहते हैं- पेट्रोल के पैसे नहीं हैं
रामपुर की मिलक सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कुमार एकलव्य घोड़े पर सवार होकर वोट मांगने निकल पड़े। उनका कहना है कि पेट्रोल इतना महंगा है, इसलिए उन्होंने अपने दोस्त से उसका घोड़ा उधार ले लिया। अब उसी पर सवार होकर वोट मांगने जाते हैं। घोड़े पर जाने का उन्हें फायदा भी मिला, उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
हम तीसरे कैंडिडेट की बात करेंगे। पर उससे पहले इस पोल का जवाब दीजिए –
3. बैंड-बाजा मंगाते हैं, दूल्हे की तरह सजते हैं, फिर बारात लेकर वोट मांगने निकलते हैं
दूल्हे की तरह सजे, घोड़े पर सवार हुए, बाराती भी निकले पर ये पूरी मेहनत दुल्हन के लिए नहीं, वोट के लिए थी। जालौन में समाजवादी प्रत्याशी दयाशंकर वर्मा दूल्हे की तरह तैयार होकर, घोड़े पर सवार हुए और वोट मांगने निकल पड़े। साथ ही बारातियों की तरह उनके कार्यकर्ता भी समर्थन में ढोल पर थिरकते नजर आए। उनकी ये तरकीब काम भी आई। उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई।
4. चुनाव चिन्ह जूता मिला तो गले में जूते की माला डालकर घूमने लगे
अलीगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी केशव देव को चुनाव चिन्ह जूता मिला। इसके बाद उन्होंने जूते की माला बनाकर ही घर-घर जाकर प्रचार करना शुरू कर दिया। उनका कहना है, ‘जो भ्रष्टाचारी और अत्याचारी लोग हैं उनके लिए जूता चुनाव चिन्ह लाया हूं। ये जूता जनता की आवाज बनकर अलीगढ़ से लखनऊ जाएगा। जो भ्रष्टाचार करेगा उसे अबकी बार जनता मारेगी जूते चार’।
5. बर्तन बजा बजाकर मांगते वोट
जब सफारी और स्कॉर्पियो से नीचे प्रधानी के प्रत्याशी भी बात न करते हों। ऐसे में सिराथू विधानसभा के छेद्दू साइकिल पर खुद के पोस्टर और एक डुगडुगी लगाकर वोट मांगने निकल पड़े। ये वही विधानसभा है जहां से यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी लड़ रहे हैं। छेद्दू बर्तन बेचकर अपना गुजारा करते हैं। इसलिए उन्होंने घर-घर जाकर बर्तन बजाकर लोगों से वोट मांगने का अनोखा तरीका अपनाया।
6. वोट मांगते वक्त पति रोने लगते हैं, पत्नी हाथ जोड़ लेती हैं
नोएडा से समाजवादी प्रत्याशी सुनील चौधरी वोट मांगते समय बोले, ‘मेरी लाज बचा लेना मैं मरना नहीं चाहता, क्योंकि दो बार चुनाव हार चूका हूं, तीसरा हार गया तो मैं टूट जाऊंगा।’ वे कहते हैं, ‘अब हिम्मत नहीं है हारने की, बहुत बार हार चुका हूं। मैं दिल से कह देना चाहता हूं कि किसी को गोली मारनी हो, तो यहां छाती पर मार लेना, पीठ में पीछे से मत मारना’
बार-बार बोलते हैं, ‘पीछे से मरूंगा तो सोचूंगा किसने मारा? लेकिन सामने से मरूंगा तो कह सकूंगा कि अपनों से मरके आया हूं…’ये बोलते वक्त उनकी आंखों में आंसू थे। वहीं उनकी पत्नी ने भी आंसुओं के साथ हाथ जोड़कर जनता से वोट मांगे।
7. अपना गाना बना लिए हैं, जहां जाते हैं अपना गाना गाने लगते हैं
यूपी में वोट मांगने में सुर ताल की भी कोई कमी नहीं है। शाहजहांपुर से भाजपा प्रत्याशी सुरेश खन्ना ने तो वोट मांगने के लिए पूरा गाना ही गा डाला…
हम लाए हैं अपराध से यूपी निकाल के
इस क्षेत्र को रखना मेरे मित्रों संभाल के
आतंकवाद क्षेत्रवाद जातिवाद को
हमने किया परास्त भी परिवारवाद को
इस क्षेत्र को रखना मेरे मित्रों संभाल के
तुम ही भविष्य हो मेरे यूपी विशाल के
इस क्षेत्र को रखना मेरे मित्रों संभाल के…
ये गाना गाकर उन्होंने विरोधियों पर कटाक्ष किया और अपने लिए वोट मांगे। हमने कवर में यानी हेडलाइन के ठीक नीचे सबके वीडियो लगाए हैं। उम्मीद है आपने देख लिया होगा। नहीं देखा तो चलिए देखते हैं।