सिंगरौली में फ्री बिजली-पानी दिलाएंगी मेयर …?

MP में AAP की पहली महापौर रानी अग्रवाल बोलीं- आंदोलन भी करना पड़ा, तो करूंगी…

MP में सिंगरौली से आम आदमी पार्टी का खाता खोलने वाली रानी अग्रवाल अब दिल्ली मॉडल पर काम करने की तैयारी में हैं। सिंगरौली में फ्री बिजली-पानी का उनका सीक्रेट प्लान तैयार है। पार्टी के 5 पार्षदों के साथ एमआईसी (मेयर इन काउंसिल) के गठन को लेकर भी उनकी तैयारी पूरी हो चुकी है। जीत पर अरविंद केजरीवाल ने रानी को बधाई देते हुए क्या कहा?

एमआईसी गठन बड़ी चुनौती होगी? कौन से 10 पार्षद होंगे?
रानी अग्रवाल: 
मेरी पार्टी के 5 पार्षद ही जीते हैं। 7 थोड़े अंतर से चूक गए। निर्दलीय सहित अन्य दल के पार्षद भी जीते हैं। एमआईसी गठन का खाका तैयार है।

जीत की बधाई के बाद केजरीवाल ने क्या कहा?
रानी अग्रवाल: 
रिजल्ट आते ही सबसे पहले पार्टी के संयोजक केजरीवालजी ने फोन कर बधाई दी। जनता के मुद्दे पर मुखर रहने को कहा। बोले- मेरे पीछे पूरी आम आदमी पार्टी का संगठन है।

आप की जीत से क्या प्रदेश में आम आदमी पार्टी की विधानसभा 2023 में एंट्री होगी?
रानी अग्रवाल: 
2018 के विधानसभा चुनाव में मैं तीसरे नंबर पर जरूर थी, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी से 4500 वोटों से ही पीछे थी। ग्वालियर सहित कई जिलों में पार्टी प्रत्याशियों को अच्छे वोट मिले हैं। हमारे कई पार्षद भी जीते हैं। 2023 में AAP बड़ी भूमिका में होगी।

बोर्ड में बीजेपी का बहुमत है। ऐसे में AAP के संकल्पों को कैसे पूरा करेंगी?
रानी अग्रवाल: 
जीतकर आने वाले सभी पार्षदों को जनता के काम तो करने ही होंगे। काम नहीं करने वाले पार्षदों की पोल हम खोलेंगे। जनहित से जुड़े प्रस्ताव सदन में पास कराने के लिए आंदोलन भी करना पड़ा, तो करूंगी।

दिल्ली की तर्ज पर बिजली-पानी फ्री देने का संकल्प आपने चुनाव में किया था। बिजली बोर्ड तो राज्य सरकार के अधीन है।
रानी अग्रवाल: 
पानी निगम का विषय है। उसे पूरा करूंगी। फ्री बिजली के लिए एनटीपीसी और एनसीएल से बात करूंगी। 8 किमी के अंदर विस्थापितों को फ्री बिजली देने का प्रावधान है। दबाव बनाकर इसे लागू कराऊंगी।

सिंगरौली में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, उससे निपटने की क्या तैयारी है?
रानी अग्रवाल: 
दिल्ली की तरह यहां के लिए भी वायु प्रदूषण कम करने वाली मशीन CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत एनटीपीसी और एनसीएल से कह कर ले आऊंगी।

दिल्ली के सरकारी स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल सिंगरौली में कैसे लागू करेंगी?
रानी अग्रवाल: 
मोहल्ला क्लीनिक सिंगरौली की गरीब जनता के लिए जरूरी है। उसके लिए अध्यक्ष की अनुमति चाहिए। इसके लिए आंदोलन भी करना पड़े या उनके घर धरना देना पड़े, करूंगी।

रानी अग्रवाल के प्रचार के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रोड शो किया था।
रानी अग्रवाल के प्रचार के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रोड शो किया था।

सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र में पांच कौन से काम करेंगी?
रानी अग्रवाल: 
हितग्राही योजनाओं में 20 साल से भ्रष्टाचार है। उस पर अंकुश लगाना होगा। नाली, सड़क की गुणवत्ता और गली-मोहल्ले में भी पोल पर स्ट्रीट लाइट लगवाना है।

आपका शपथ ग्रहण कब होगा? क्या दिल्ली के सीएम केजरीवाल आएंगे?
रानी अग्रवाल: 
अगस्त के दूसरे सप्ताह तक की तैयारी है। अरविंद केजरीवाल जी गुजरात चुनाव में व्यस्त हैं, शायद वो न आ पाएं, लेकिन दूसरा कोई बड़ा नेता जरूर आएगा।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ रानी अग्रवाल।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ रानी अग्रवाल।

एमपी में AAP का चेहरा बनीं ‘रानी’

आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली नगर निगम में मेयर के तौर पर पूर्व भाजपा नेत्री रानी अग्रवाल पर दांव लगाया। रानी अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को 9,352 मतों के अंतर हराकर एमपी में AAP का खाता खोल दिया। रानी अग्रवाल को 34 हजार 585 मत मिले। वहीं चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को 25 हजार 233 मत मिले। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही। उसके प्रत्याशी अरविंद सिंह चंदेल को 25 हजार 31 मत मिले। बसपा प्रत्याशी बंशरूप शाह 12 हजार 318 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। यहां कुल 12 प्रत्याशी मैदान में थे।

कौन हैं रानी अग्रवाल

46 वर्षीय रानी अग्रवाल 2018 के विधानसभा चुनाव में सिंगरौली सीट से आप प्रत्याशी के तौर पर उतरी थीं। तब 22% वोट के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं। तब रानी को 32,167 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी रेणु शाह को 32,980 और जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी राम लल्लू वैश्य को 36,706 वोट मिले थे। पति प्रेम अग्रवाल लकड़ी का काम करते हैं। दो बेटों में एक सीए है, दूसरा प्राइवेट जॉब करता है। दोनों की शादी हो चुकी है।

सरपंच से मेयर तक का सफर

रानी अग्रवाल बरगवां ग्राम पंचायत से सरपंच रह चुकी हैं। इसके साथ ही वह वार्ड क्रमांक 3 से जिला पंचायत सदस्य भी चुनी गई थीं। 1976 में जन्मीं रानी की शिक्षा बारहवीं तक है। 2018 में भाजपा से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुई थीं। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंगरौली में पार्टी चंद लोगों की गिरफ्त में है। उनकी चार पीढ़ियों ने BJP की सेवा की, लेकिन पार्टी में सम्मान नहीं मिला।

कैसे मिली सफलता:

  • सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र में 37 हजार ब्राह्मण मतदाता है। ये समुदाय बीजेपी से नाराज था। इसका फायदा आम आदमी पार्टी को मिला।
  • बीजेपी प्रत्याशी चयन में गलती कर बैठी। सामान्य सीट पर ओबीसी प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को टिकट दे दिया। सामान्य वर्ग के दावेदार आप को जिताने में लग गए।
  • बीजेपी प्रत्याशी द्वारा ब्राह्मण समुदाय को खुलेआम गालियां व जान से मारने की धमकी देने संबंधी एक ऑडियो मतदान से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
  • बसपा प्रत्याशी को भी लोगों ने 12 हजार से अधिक मत दे दिए। वहीं नोटा सहित सपा, निर्दलीय और अन्य दलों के प्रत्याशी भी 9,802 पा गए।
  • नगर निकाय चुनाव के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एकमात्र कार्यक्रम सिंगरौली में हुआ। रोड शो कर उन्होंने रानी को जिताने की अपील की थी।

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