सेंटरहॉलमार्क …. सुबिधा /दुबिधा …?

एक साल बाद भी प्रदेश में 35 और भोपाल में सिर्फ 3 सेंटर …हॉलमार्क सेंटर1258 देश में हॉलमार्क सेंटरों की संख्यालाइसेंसियों की संख्या (प्रदेश में)3376 सोने

भोपाल. ज्वैलरी पर हॉलमार्क की अनिवार्यता सुविधा के साथ बड़ी दुविधा बन गई है। प्रदेश में एक साल बाद भी इन सेेंटरों की संख्या नहीं बढ़ने से ग्राहकों को समय पर बुक की गई ज्वैलरी नहीं मिल पा रही है। प्रदेश में अभी 35 और भोपाल में 3 सेंटर शुरू हो पाए हैं, जबकि एक्सपर्ट का मानना है कि सराफा कारोबार को देखते हुए इनकी संख्या दोगुनी होनी चाहिए। क्योंकि 48 घंटे में हॉलमार्क ज्वैलरी देने का नियम है, जो सीजन पर तो संभव हो ही नहीं पाता। इस संबंध में हॉलमार्क सेंटर संचालकों का कहना है कि वैवाहिक एवं त्यौहारी सीजन में ज्वैलरी समय पर देने में कुछ विलंब हो जाता है।

स राफा कारोबारियों को हॉलमार्क ज्वैलरी के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) लाइसेंस देता है। भोपाल में करीब 800 से अधिक अधिकृत सराफा कारोबारी हैं। गठाई, गलाई, ज्वैलरी घिसाई वालों से लेकर कारीगर आदि को मिलाकर इनकी संख्या 4000 से अधिक है लेकिन सोना-चांदी के लाइसेंसियों की संख्या 501 है।

बड़े करोबारी तो बाहर से हॉलमार्क ज्वैलरी लाकर बेच लेते हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर दुकान चलाने वालों की परेशानी बढ़ जाती है, क्योंकि उन्हें लोकल से ही हॉलमार्क करवाना पड़ता है। इसलिए इनकी संख्या बढ़नी चाहिए।

 डिप्टी डायरेक्टर, बीआइएस

80 किलो सोना और 250 किलो चांदी बिकने का अनुमान

को रोना महामारी के दौर में सराफा बाजार की रौनक गायब हो गई थी, लेकिन अब बाजारों की चमक तेज है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले त्योहारी सीजन में भोपाल में करीब 80 किलो सोना और 250 किलो चांदी बिक सकती है। कीमत के हिसाब से सोने का कारोबार 50 करोड़ और चांदी का 15 करोड़ रुपए से ऊपर जाएगा।

इस वजन पर अनिवार्यता

सो ने के 2 ग्राम से कम वजन के आभूषणों पर हॉलमार्क अनिवार्य नहीं है, लेकिन इससे ज्यादा वजन वाली ज्वैलरी पर हॉलमार्क लगाना जरूरी है। जो लोग नियमानुसार बिना हॉलमार्क की ज्वैलरी बेचते हैं, उन पर बीआइएस कानूनी कार्रवाई करता है। हालांकि अभी तक कितने लोग पकड़ में आए, इसका डाटा वीआइएस के पास डाटा नहीं है।

हॉलमार्क सेंटरों की संख्या अभी कम है। इनकी संख्या बढ़नी चाहिए। सीजन पर ग्राहक जल्दी ज्वैलरी की मांग करते हैं, लेकिन कई बार हम समय पर ज्वैलरी उपलब्ध नहीं करा पाते। वैवाहिक एवं त्योहारी सीजन पर ऐसा ज्यादा होता है।

 अग्रवाल. सराफा व्यापारी

ढाई साल में 10000 रुपए महंगा हुआ सोना

मार्च 2020 में कोरोना का दौर शुरू हुआ था, तब सोना स्थानीय स्तर पर 41,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था। अब भाव 52,900 रुपए प्रति 10 ग्राम है। इसी तरह चांदी 43000 रुपए प्रति किलो से 58500 रुपए पर आ गई है।

16 जून 2021 से अनिवार्यता

सोने की ज्वैलरी पर देश में 16 जून 2021 से हॉलमार्क अनिवार्य किया गया है। मध्यप्रदेश में शुरू में 8 जिलों को शामिल किया था, जो अब बढ़कर 12 हो चुके हैं। प्रदेश के जिन जिलों में हॉलमार्क ज्वैलरी बेचना अनिवार्य किया गया है, उनमें भोपाल, देवास, ग्वालियर, रीवा, इंदौर, जबलपुर, रतलाम, सतना, उज्जैन, मुरैना, बालाघाट एवं छतरपुर जिला शामिल हैं।

के लाइसेंसी सराफा कारोबारी प्रदेश में

298 चांदी

47 चांदी

के लाइसेंसी सराफा कारोबारी भोपाल में

 

 

 

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