खंडवा-इंदौर रोड पर तीन माह में हुए 4 हादसे की बड़ी वजह …?
खंडवा-इंदौर हाईवे:100 बसों में से 23 बसों के बीच पांच-पांच मिनट के अंतर से जारी किया परमिट
इन सभी में हादसे की वजह ओवरस्पीड ही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस रूट पर चलने वाली 100 बसों में से 23 बसों के बीच सिर्फ पांच मिनट का अंतर है, वह भी सुबह 9.40 से शााम 4.40 बजे के बीच।
इससे सवारी भरने के लिए जल्दी पहुंचने की होड़ में ड्राइवर तेज रफ्तार में बसों को दौड़ाते हैं। इनके चालक रास्ते की इक्का-दुक्का सवारियों के लालच में बस में बैठे 50 से 70 यात्रियों की जान जोखिम में डालते हैं। चूंकि बारिश में यह हादसे इसलिए भी बढ़ जाते हैं, क्योंकि सड़कें खराब होने से तेज रफ्तार बस से ड्राइवर नियंत्रण खो देते हैं। मालूम हाे कि परिवहन निगम के समय छोटी दूरी पर 15-15 मिनट और लंबी दूरी पर 30 मिनट से कम अंतराल पर परमिट जारी नहीं होता था, लेकिन अब पांच मिनट पर परमिट जारी हाे रहा है।
भाेपाल, बुरहानपुर, हाेशंगाबाद रूट पर बसों में आधा घंटे का अंतर : खंडवा के माखनलाल चतुर्वेदी बस स्टैंड से प्रतिदिन बुरहानपुर की ओर जाने वाली 13 बसें हैं। सूरजकुंड बस स्टैंड से 60 बसें महाराष्ट्र, हरसूद, होशंगाबाद, भोपाल रूट पर चल रही हैं। इन सभी बसों में आधे से पौन घंटे का अंतर है। चूंकि बसाें के बीच समय का अंतर अधिक हाेने के कारण ड्राइवर काे सवारी लेने की जल्दी नहीं हाेती है।
बसों के बीच कम समय के परमिट के कारण हादसे हो रहे हैं तो यह महत्वपूर्ण सुझाव है। इसकी जिलों के परिवहन अधिकारियों से रिपोर्ट बनवाएंगे। यदि अन्य जगह भी बसों के बीच कम समय का अंतर निकलता है तो बसों के बीच एक तय समय के अंतराल में परमिट जारी करने पर विचार करेंगे और इसे पूरे प्रदेश में लागू करेंगे।