आत्महत्या करने वालों में 51% नशे के शिकार ..?
एम्स के शोध में दावा: हर साल बढ़ रहे आत्महत्या के मामले, 37 फीसदी लोगों ने की एक से ज्यादा कोशिश
आत्महत्या करने वालों में 51% नशे के शिकार; 79% 19 से 40 वर्ष के
भोपाल. तनाव और नशा युवाओं में आत्महत्या की मुख्य वजहों में से एक है। एम्स के मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी शोध में सामने आया है कि आत्महत्या के कुल मामलों में 79% लोग 19-40 आयु वर्ग के थे। यह शोध पबमेड-इंडेक्स्ड जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंसेज इन रूरल प्रैक्टिस में प्रकाशित हुआ है।
एम्स के मनोचिकित्सक डॉ. अभिजीत रामदास की मदद से क्लोज-एंडेड प्रश्नावली बनाई गई। इसे आत्महत्या करने वालों के रिश्तेदारों से जानकारी लेकर भरा गया। पूरी शोध प्रक्रिया प्रोफेसर जयंती यादव की निगरानी में हुई। शोध टीम में डॉ. दिव्य भूषण और डॉ. संगीता शामिल रहीं।
अध्ययन में खुलासा
37 फीसदी लोगों की यह दूसरी या तीसरी कोशिश थी। 77 फीसदी मामलों में डिप्रेशन के एक से अधिक लक्षण पाए गए। साथ 51 फीसदी व्यक्तियों में किसी न किसी तरह के नशा करने का इतिहास था।