देश के युवाओं की नब्ज ?
राजस्थान में टीचर, MP के युवाओं की पहली पसंद पुलिस …
50% छात्रों को जोड़-घटाना नहीं आता; 7 पॉइंट में देश के युवाओं की नब्ज
चाय की टपरी हो या ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों का डिस्कशन। बड़े-बुजुर्गों के मुंह से एक फ्रेज अकसर सुनने को मिलता है- देश का युवा कंफ्यूज्ड है। 17 जनवरी को रिलीज हुई एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट यानी ASER 2023 भी इसकी तस्दीक कर रही है।
12वीं में पढ़ने वाले हर 5वें छात्र को नहीं पता कि उसे आगे क्या करना है। जिन्हें पता है उनकी पहली पसंद पुलिस में जाना है। इसके बाद टीचर और डॉक्टर का पेशा है, जिसे अपनाने के लिए 11-11% युवा तैयार हैं। राज्यों के हिसाब से ये पसंद तेजी से बदलती भी है।
ASER 2023 का सर्वे देश के 26 राज्यों के 28 जिलों में किया गया है। कुल 34,745 युवाओं ने इसमें हिस्सा लिया। सर्वे के मुताबिक भारत के आधे से ज्यादा युवा सामान्य जोड़-घटाना भी नहीं जानते। 91% युवाओं के पास पर्सनल मोबाइल है, लेकिन उनमें एक तिहाई अलार्म लगाना भी नहीं जानते। भास्कर एक्सप्लेनर में 7 ग्राफिक्स में देश के युवाओं की नब्ज टटोलेंगे…
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