नोएडा प्राधिकरण ने कमर्शियल बकायेदारों ?
नोएडा प्राधिकरण ने कमर्शियल बकायेदारों के साथ की बैठक
30 बड़े बकायेदारों ने समस्याओं से कराया अवगत, पैसा जमा नहीं करने के बारे में दिया जवाब
ग्रुप हाउसिंग के बाद अब नोएडा प्राधिकरण कॉमर्शियल बकायेदारों से पैसा वसूलने की तैयारी में है। इनका करीब 8 हजार करोड़ रुपए बकाया है। गुरुवार को पहली बार कॉमर्शियल बड़े बकायेदारों के साथ प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बैठक की। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री और ओएसडी मौजूद रहे। बैठक में 30 बड़े कॉमर्शियल प्रोजेक्ट के बकायेदार शामिल हुए। जिन्होंने अपनी समस्या प्राधिकरण के सामने रखी। सोमवार से एक एक केस की स्टडी की जाएगी। जिसके बाद पैसा जमा करने का टाइम दिया जाएगा।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों ने करीब 2 साल से प्राधिकरण में पैसा जमा नहीं कराया। इनके मूलधन पर काफी ब्याज लग चुका है। इसलिए आज इनको बुलाया गया और पैसा जमा नहीं करने का कारण पूछा गया। अधिकांश बकायादार ने एनजीटी का हवाला देते हुए जीरो पीरियड की मांग की। इसके अलावा कुछ ने लॉकडाउन का हवाला दिया। इन बकायादार में कोर्ट केस और एनसीएलटी के बकायादार भी शामिल थे। कुछ ने प्राधिकरण के कैलकुलेशन पर सवाल खड़े किए। ऐसे में सीईओ लोकेश एम ने केस टू केस स्टडी करने का निर्देश दिया।
सीईओ ने कहा कि सभी बड़े बकायादार सोमवार को अपने केस फाइल के साथ प्राधिकरण आए। इनकी समस्या सुनी जाएगी और एक एक बकायादार को उनका हिसाब और समस्या के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। लेकिन सभी को बकाया जमा करना ही होगा। बता दे इससे पहले ग्रुप हाउसिंग में अमिताभ कांत की सिफारिश लागू होने के बाद बिल्डरों से बकाया जमा कराया जा रहा है। सिफारिश के तहत 35 बिल्डरों ने सहमति दी है। जिन्होंने 112 करोड़ रुपए प्राधिकरण में जमा कराए है। इससे बायर्स की रजिस्ट्री हो रही है।