पूरे MP में 10 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की तैयारी

केंद्र ने मप्र सरकार से कहा- जहां संक्रमण दर 10% से ज्यादा, वहां 10 दिन का सख्त लॉकडाउन लगाओ

मध्य प्रदेश में लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) 10 मई की सुबह 6 बजे तक बढ़ाया जाएगा। यह लगभग तय हो गया है। अलग-अलग जिलों में संक्रमण की ताजा स्थिति देखते हुए राज्य सरकार को ये फैसला लेना पड़ रहा है। शुरुआत होशंगाबाद, उज्जैन से हो भी गई है। राज्य सरकार यह निर्णय केंद्र सरकार के निर्देश पर ले रही है।

केंद्रीय गृह सचिव अनिल कुमार भल्ला ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को 26 अप्रैल को पत्र लिखा। इसमें कहा गया, जिन जिलों में संक्रमण दर औसतन 10% से ज्यादा है, वहां जनता कर्फ्यू (लॉकडाउन) अगले 10 दिन और बढ़ा दें। इसके बाद सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोर ग्रुप की बैठक में इसके संकेत भी दे दि

संभावना जताई जा रही है कि सरकार 7 मई तक जिलेवार लॉकडाउन बढ़ाने के ऑर्डर जारी कराएगी। चूंकि 8 और 9 मई को शनिवार-रविवार है, दो दिन का वीकेंड लॉकडाउन संबंधी स्टैंडिंग ऑर्डर पहले से ही लागू है। इस तरह माना जा रहा है कि 10 मई की सुबह 6 बजे तक प्रदेश के सभी जिलों में सबकुछ बंद रहेगा। जिलों में वहां के हालात काे देखते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी रियायतें और पाबंदी में बदलाव करेंगी

छोटे शहर-कस्बों में कोरोना चेन तोड़ना बनी चुनौती
बैठक में बताया गया कि आठ जिलों शाजापुर, पन्ना, आगर मालवा, उमरिया, कटनी, राजगढ़, गुना और अनूपपुर में संक्रमण की दर पिछले दो दिन में घटी है, जबकि 7 अन्य छोटे जिलों में टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी, सिंगरौली, विदिशा, दमोह और नीमच में संक्रमण की दर 30% से भी ज्यादा पहुंच गई है। गांवों में कोरोना चेन तोड़ना चुनौती बनता जा रहा है। अन्य जिलों में यह स्थिर है या घट-बढ़ रही है। मुख्यमंत्री के समक्ष स्वास्थ्य विभाग के प्रजेंटेशन के मुताबिक 4 जिले- छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा व भिंड को छोड़कर सभी जिलों में औसत संक्रमण दर 37% तक है। यह जानकारी आने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में सख्ती की जरुरत है। उन्होंने अफसरों से केंद्र सरकार के पत्र के मुताबिक कोराना कर्फ्यू बढ़ाने की तैयारी करने को कहा है।

फिलहाल 3 मई तक कोरोना कर्फ्यू
वर्तमान में लगभग सभी शहरों में 3 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जहां संक्रमण फैल रहा है, वहां अघोषित लॉकडाउन किया गया है, लेकिन प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है। अप्रैल माह के शुरुआत से कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाजार बंद हैं। आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों को छोड़कर सभी सरकारी दफ्तरों में स्टाफ की क्षमता 10% कर दी गई है। बावजूद इसके संक्रमण की गति धीमी नहीं हो रही है।

आम लोग भी अब चाहते हैं पिछली बार जैसी सख्ती
अप्रैल में कोरोना के कोहराम से अब आम लोग भी लॉकडाउन के पक्षधर होते जा रहे हैं। लोगों ने मामले में शिवराज सरकार से अपील भी की है कि फिजूल घूमने वालों को रोकें और सख्ती बढ़ाई जाए। इससे कोरोना की चेन तोड़ी जा सके और संक्रमण दर घटा सकें। इस संंबंध में कई लोग ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर सख्त लॉकडाउन का समर्थन किया है। राजधानी भोपाल में तो लोग 15 दिन का सख्त लॉकडाउन की मांग करने लगे हैं।

अप्रैल में 2.37 लाख संक्रमित, 73,436 एक्टिव केस बढ़े
कोरोना महामारी के तूफान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल में ही 2 लाख 37 हजार संक्रमित मिले हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक यह है कि अप्रैल में 73,436 एक्टिव केस बढ़ गए। यह संख्या 1 अप्रैल को 19,336 थी, जो 27 अप्रैल को बढ़कर 92, 773 हो गई है।

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