सागर.. मालथाैन साेसायटी में 60 लाख का गबन:48 किसानाें के नाम पर निकाला लाेन, 3 प्रबंधक समेत 6 पर केस

मालथाैन सेवा सहकारी समिति में 60 लाख के गबन का मामला सामने आया है। साेसायटी के अफसराें ने अधीनस्थ अमले के साथ मिलकर खाद-बीज के लिए किसानाें के नाम पर उनके जाली हस्ताक्षर करते हुए बैंक से लाेन निकाला था। इसमें एक सहायक समिति प्रबंधक, दाे बैंक प्रबंधक, 2 कैशियर व एक लिपिक शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ जालसाजी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से एक आराेपी की माैत हाे चुकी है।

जानकारी के अनुसार सेवा सहकारी समिति मालथौन ने साल 2017 से 2019 के बीच 8 लाेगाें के नाम पर लाेन मंजूर कराया था। इनमें ज्यादातर किसान हैं। उन्हें खाद-बीज के लिए लाेन मंजूर कराने साेसायटी से केस तैयार कराए गए थे। किसानाें के जाली हस्ताक्षर कर बैंक से लाेन निकाला गया। इसकी राशि करीब 60 लाख रुपए है। मालथौन सेवा सहकारी समिति के सहायक प्रबंधक उपेंद्र मिश्रा गबन के मुख्य आराेपी हैं। वे फरार हैं।

मालथाैन सहकारी बैंक के प्रबंधक संजय जैन की तरफ से मालथाैन थाने में दर्ज कराई गई रिपाेर्ट में बताया गया है कि समिति सहायक प्रबंधक मिश्रा ने पूर्व बैंक मैंनेजर तुलसीराम आठिया व अजय चौधरी, कैशियर सुरेंद्र अहिरवार, कैशियर प्रमोद यादव तथा लिपिक राजवीर गुर्जर की मिलीभगत से गबन किया है। इनमें से अजय चाैधरी का निधन हाे गया है। मालथाैन पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच के बाद अाराेपियाें के खिलाफ धारा 409, 420 के तहत केस दर्ज किया है।

कर्जमाफी के फेर में किया था गबन
प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर किसानाें का कर्ज माफ की घाेषणा की गई थी। साेसायटी के अफसराें ने किसानाें के नाम से निकाला गया लाेन हड़पने और फिर कर्जमाफी के केस बनाने की साजिश रची थी। इस पूरे मामले में लंबी जांच चली। वर्तमान बैंक प्रबंधक संजय जैन ने रिपाेर्ट दर्ज कराई है। जिस पर बुधवार रात मामले में एफआईआर दर्ज हुई हैं। सूत्राें के अनुसार इस पूरे घाेटाले की जांच हाे ताे और भी साेसायटियाें में इस तरह के मामले सामने आ सकते हैं।

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