गोवा में वापसी के लिए BJP की स्ट्रैटजिक मीट … फडणवीस ने सभी 40 कैंडिडेट्स को बुलाया, गठबंधन की रणनीति पर चर्चा, MGP से मिला सकते हैं हाथ
गोवा चुनाव के नतीजे आने के चंद घंटे पहले BJP विधायकों की हाईलेवल मीटिंग शुरू हो चुकी है। पार्टी के सीनियर नेता और गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस सभी 40 कैंडिडेट्स के साथ मिलकर कल सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। बैठक में मौजूदा विधायकों के साथ ही वो कैंडिडेट्स भी शामिल हैं, जिन्हें इस बार पार्टी ने टिकट दिया है।
पार्टी के सीनियर लीडर दयानंद रघुनाथ सोपटे ने भास्कर को बताया कि कांग्रेस ने अपने कैंडिडेट्स को दो दिन से होटल में बैठा रखा है, क्योंकि वहां हर कोई अपनी मनमर्जी करता है। जबकि बीजेपी में संगठन के निर्देश पर ही काम होता है। सोपटे ने कहा, ‘हाईकमान से जो निर्देश मिलेगा, उसी के मुताबिक विधायक अपना नेता चुनेंगे। बीजेपी गुरुवार को गोवा में सरकार बनाने जा रही है।’
MGP से गठबंधन कर सकती है BJP
BJP सरकार बनाने के लिए गोवा के क्षेत्रीय दल MGP से गठबंधन कर सकती है। इसके अलावा पार्टी निर्दलीयों के भी संपर्क में है। करीब चार निर्दलीय ऐसे हैं, जो चुनाव जीत सकते हैं। इसमें बीजेपी से ही बगावत करके चुनाव लड़ने वाले उत्पल पर्रिकर और लक्ष्मीकांत पारसेकर भी शामिल हैं।
दोनों की जीत की संभावनाएं हैं। यदि ये जीतते हैं और बीजेपी को बहुमत नहीं मिल पाता है तो इन नेताओं को मंत्री पद ऑफर करके दोबारा पार्टी में शामिल किया जा सकता है। दोनों ही जिन सीटों से टिकट चाहते थे, वहां से उन्हें टिकट नहीं मिला, इसलिए उन्होंने बगावत कर दी।
सिर्फ 13 सीटें लाकर बना ली थी सरकार
2017 में बीजेपी ने सिर्फ 13 सीटें जीती थीं। 40 में से 17 सीटें कांग्रेस ने जीती थी। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी थी, क्योंकि नतीजों के वक्त नितिन गडकरी और अमित शाह गोवा पहुंच गए थे और उन्होंने क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
बाद में कांग्रेस के करीब 15 विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। MGP के साथ नितिन गडकरी के संबंध काफी अच्छे बताए जाते हैं, बीजेपी को इस बार इसका फायदा मिल सकता है।
एग्जिट पोल में किसी को बहुमत नहीं
मंगलवार को आए एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिखाया गया है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां नतीजों के पहले ही एक्टिव हो गई हैं। कांग्रेस ने तो दो दिन से अपने सभी प्रत्याशियों को होटल में रखा है और पी चिदंबरम से लेकर डीके शिवकुमार तक पणजी में डटे हैं।