सरकार ने बदली टीम; मनीष इंदाैर कलेक्टर, जनता कर्फ्यू में लापरवाही पर डीआईजी मिश्रा काे हटाया

भोपाल. काेराेना संक्रमिताें की संख्या लगातार बढ़ने से इंदाैर हाई रिस्क पर आ गया है। यहां अनियंत्रित स्थिति देखते हुए राज्य सरकार ने शनिवार काे 2009 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष सिंह काे इंदाैर कलेक्टर बना दिया। मनीष काे एक दिन पहले सरकार ने इंदाैर के लिए बने हाई स्पेशल ग्रुप में रखा था। वे इंदाैर में एडीएम, आईडीए और नगर निगम कमिश्नर रह चुके हैं। वहीं जनता कर्फ्यू में लाेगाें की भीड़ जुटने का खामिया इंदाैर डीईइजी रुचि वर्धन मिश्रा काे भुगतना पड़ा। उन्हें हटाकर हरिनारायण चारी काे नया डीआईजी बनाया गया है।

मौजूदा इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव चूंकि सचिव स्तर पर प्रमोट हो गए हैं, लिहाजा उनका हटना तय था। लेकिन कहा जा रहा है कि इंदौर में कोरोना की मौजूदा परिस्थितियों के लिए कर्फ्यू लगाने में देरी करने काे उनके हटने की बड़ी वजह माना जा रहा है, क्याेंकि तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने वीडियाे काॅन्फ्रेंसिंग में भी इस पर सवाल खड़े किए थे। मनीष और चारी की कार्यशैली से शिवराज परिचित हैं, इसलिए इनसे तुरंत चार्ज लेने के लिए कहा गया है।

दो साल पहले फरवरी 2019 में डीआईजी चारी को हटाकर रुचि वर्धन मिश्र को इंदौर की कमान सौंपी गई थी। डीआईजी चारी पहली पारी में दिसंबर 2016 से फरवरी 2019 तक डीआईजी इंदौर की कमान संभाल चुके हैं। अब यह उनका दूसरा मौका है।

मनीष और हरिनारायण ही क्यों?
– ग्राउंड की बेहतर जानकारी के साथ मनीष सटीक कार्यशैली से सभी परिचित हैं।
– मुख्यमंत्री शिवराज और आईएएस विवेक अग्रवाल के करीबी माने जाते हैं मनीष।
– हरिनारायण इंदौर में ही डीआईजी रहे।
– डीआईजी रहते उनकी छवि और कामकाज से मुख्यमंत्री प्रभावित हुए।

जाटव मंत्रालय में, रुचि पीएचक्यू मेंं

मनीष सिंह मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी रहे हैं। यह पद अभी खाली है। वर्ष 2004 बैच व इंदौर कलेक्टर रहे लोकेश जाटव को मंत्रालय में सचिव पदस्थ कर दिया गया है। चारी डीआईजी खरगाेन रहे। उनके इंदौर आने के बाद अभी किसी की पदस्थापना नहीं की गई। रुचि वर्धन को डीआईजी इंदौर से डीआईजी पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। हनी ट्रैप मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी में रुचि वर्धन अभी शामिल हैं।

विवेक ने दिया एक्शन प्लान
काेराेना मामले में केंद्र सरकार की ओर से मप्र के साथ समन्वय कर रहे सीनियर आईएएस अफसर और हाई स्पेशल ग्रुप के विवेक अग्रवाल ने मनीष सिंह को पूरा एक्शन प्लान सौंप दिया है। अग्रवाल मप्र कैडर के आईएएस हैं और इस समय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। बताया जा रहा है कि इस एक्शन प्लान पर रविवार से ही काम शुरू हो जाएगा। जितने भी लोगों पर संदेह है, उनकी ट्रैकिंग और क्वारेंटाइन की कवायद शुरू हो जाएगी। राज्य सरकार की उज्जैन पर भी नजर है। इंदौर से सटा होने के कारण यहां भी कोराेना की संभावनाओं की सूचना प्रशासन तक पहुंच रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *