MP: आजीवन कारावास की सजा सुनते ही जान देने की कोशिश, हत्या के दोषी ने जज के सामने पिया कीटनाशक
कीटनाशक ( Insecticide) पीते ही आरोपी बसंत कुशवाहा को आनन फानन में जिला कोर्ट से अस्पताल पहुचाया गया. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है.
मध्य प्रदेश के कटनी (Katni Crime News) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे एक आरोपी ने जज के सामने ही जान देने की कोशिश की. आरोपी को जब जज के सामने पेश हुआ तो उस दौरान सब नॉर्मल था. लेकिन जैसे ही उसे आजीवन कारावास (Life Imprisonment) की सजा सुनाई गई, उसने कोर्टरूम में ही कीटनाशक पी लिया. उसे इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. सजा सुनते ही दोषी ने जान देने की कोशिश की.
कटनी के रहने वाले बसंत कुशवाहा को 2016 में एक नाबालिग से रेप और हत्या करने का (Rape Convicted) आरोप है. इसी जुर्म में उसे कुठला थाने की पुलिस ने गिफ्तार किया था. जेल की सजा काटने के बाद आरोपी को जमानत मिल गई थी. इस मामले में उसकी पेशी लगातार कोर्ट में हो रही थी. गुरुवार को इस केस का फैसला आना था. इसके लिए बसंत कुशवाहा अपने घर से कोर्ट (District Court) पहुंचा था. जज साहब ने रेप और हत्या के मामले में 302 के तहत आरोपी को आजीवन कारावास और धारा 201 के तहत 7 साल की सजा सुनाई. साथ ही आरोपी पर धारा 363, 376 में 10-10 साल के कठोर कारावास की सजा के साथ ही उस पर 8 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था.
सजा की बात सुनते ही जान देने की कोशिश
सजा का ऐलान होते ही आरोपी बसंत कुशवाह उर्फ बब्बू ने भरे कोर्ट रूम में जेब मे रखी कीटनाशक को पी लिया. कीटनाशक पीते ही आरोपी बसंत कुशवाहा को आनन फानन में जिला कोर्ट से अस्पताल पहुचाया गया. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है. यह मामला हरान करने वाला है. हत्या का दोषी बसंत कुशवाहा जेब में कीटनाशक रखकर पेशी के लिए कोर्ट पहुंचा था. जैसे ही जज ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई. उसने तुरंत जेब से निकालकर कीटनाशक पी लिया. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती काराया गया.
दोषी ने जज के सामने पिया कीटनाशक
खबर के मुताबिक बसंत कुशवाहा पर एक नाबालिग की रेप के बाद हत्या करने का आरोप है. इसी मामले में उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी. लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई थी. हालांकि इस मामले की सुनवाई कोर्ट में लगातार चल रही थी. गुरुवार को इस मामले का फैसला आना था. इस दौरान बसंत कुशवाहा कीटनाशक लेकर कोर्ट पहुंचा था. आजीवन कारावास की सजा का ऐलान होते ही उसने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की. हालांकि उसे समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया गया.