जिन्होंने चने खाकर BJP को खड़ा किया, उनके परिवार धक्के खा रहे ..?
दिग्विजय का ट्वीट- भाजपा में हुए तीन गुट…?
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा- भाजपा के तीन गुट- शिवराज भाजपा, महाराज भाजपा, नाराज भाजपा। 20 साल में शिवराज भाजपा मालम-माल, 3 साल में महाराज भाजपा मालम-माल। इन दो भाजपा का उद्देश्य ‘धन सेवा’ है, जन सेवा नहीं है। नाराज भाजपा, जिसने अपना खून – पसीना बहा कर पहले दो भाजपा को सत्ता सौंपी, लेकिन उन्हें धन सेवा से दूर रखा। केवल आदर्श का पाठ पढ़ाते रहे। वे ईमानदारी से भाजपा की सेवा करते रहे। नतीजा? आप स्वयं अपने आसपास तीनों वर्गों के भाजपाई नेताओं, उनके बच्चों और उनके परिवारों को देख लें।
जिन्होंने चने खाकर भाजपा को खड़ा किया, उनके परिवार धक्के खा रहे
वहीं, फेसबुक पर दिग्विजय सिंह ने एक पोस्ट शेयर की। इसमें लिखा- बीस साल में ठेकेदार व दलाल मालामाल हो गए और जिन भाजपा व संघ के ईमानदार नेताओं कार्यकर्ताओं ने खून – पसीने से चना खाकर भाजपा को खड़ा किया, वे और उनके परिवार धक्के खा रहे हैं।
संघ-बीजेपी नेता अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम पढ़ाते हैं, हमें शिशु मंदिर की सलाह देते हैं
दिग्विजय सिंह ने संघ और बीजेपी नेताओं पर हमला बोलते हुए लिखा- भाजपा और संघ के बड़े नेता भाजपा के कार्यकर्ताओं को उनके बच्चों को “सरस्वती शिशु मंदिर” में पढ़ने की सलाह देते हैं और खुद के बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूलों में भेजते हैं। उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजते हैं। उदाहरण के लिए शिवराज के बच्चों को ही देख लो। विदेश से पढ़ कर आए हैं। मेरी भाजपा व संघ के बड़े नेताओं को सलाह है कि प्रैक्टिस बिफोर यू प्रीच (उपदेश देने से पहले खुद अमल करो), यानी कि सलाह देने के पहले खुद के बच्चों को हिंदी मीडियम सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने भेजो।
बिके हुए लोगों की कांग्रेस में नहीं हो सकती वापसी: केके मिश्रा
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा सिंधिया के कई समर्थकजो भारतीय जनता पार्टी के डूबते जहाज को पहले मदद करने गए थे। वे वापस कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मैं स्पष्ट कर दूं कि, यदि कोई व्यक्ति पार्टी छोड़कर जाता है तो उसकी वापसी पर शीर्ष नेतृत्व विचार कर सकता है लेकिन, यदि कोई बिका हुआ है तो उसके लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद हो गए हैं। यह कार्यकर्ता की आवाज है।
कांग्रेस कोई धर्मशाला नहीं
केके मिश्रा ने कहा- कांग्रेस पार्टी कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आए और गद्दी, तकिया, चादर देखकर विश्राम करने के लिए कांग्रेस में एंट्री ले ले और अपने स्वार्थों की सिद्धि के लिए वापस जहरीली विचारधारा के साथ मिल जाए। जिन लोगों को हम एक बार पहचान चुके हैं दूसरी बार उनके प्रवेश करने को लेकर ऐसी गलती नहीं करेंगे। केके मिश्रा से जब पूछा गया कि क्या यह कमलनाथ की कही हुई लाइन है इस पर केके मिश्रा ने कहा मैं समझता हूं कमलनाथ जी भी इस बात पर सहमत होंगे। हम सबसे ज्यादा दर्द तो हमारे उस नेता को है जिस की सरकार को खरीद-फरोख्त के बाद अपदस्थ किया था। यह कार्यकर्ताओं की भावना है। केके मिश्रा ने कहा सिंधिया के कई समर्थक ऐसे हैं जो मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, कमलनाथ से संपर्क करके कह रहे हैं कि हम माफी मांगने को तैयार हैं हमें टिकट का प्रॉमिस कर दें। ये बात तो हमारे नेता राहुल गांधी ने इंदौर में भी कह चुके हैं कि जो व्यक्ति बिक कर गया है उसे कांग्रेस में लेने की कोई गुंजाइश ही नहीं है।