’26/11 की बरसी पर हमले की फिराक में थे आतंकी’, पीएम मोदी ने अमित शाह, डोवाल के साथ की अहम बैठक

खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि आतंकवादी 26/11 हमले की बरसी पर हमला करने की योजना बना रहे हैं, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे हैं. दरअसल, मुंबई में 26 नवंबर 2008 को आतंकी हमले हुए थे. हमले की यह 12वीं बरसी है.

यह बैठक सुरक्षाबलों द्वारा जम्मू के नगरोटा में चार आतंकवादियों को ढेर करने के एक दिन बाद आयोजित हुई है. गुरुवार की सुबह सुरक्षाबलों ने सूचना के आधार पर एक टोल प्लाजा के पास ट्रक को रोका था, जिसमें आतंकी बैठे हुए थे. आतंकियों ने चमका देकर भागने की कोशिश की थी, हालांकि वह सफल नहीं हो सके और सुबह 4.20 बजे मुठभेड़ शुरू हो गई थी. इस मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए थे. उनके कब्जे से 11 एके-47 राइफल, तीन पिस्तौल, 29 ग्रेनेड और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी.

‘पाकिस्तान से घुसपैठ करके आए थे आतंकी’

मुठभेड़ को लेकर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया था कि पाकिस्तान से घुसपैठ करके ही ये आतंकी बुधवार रात आए थे. नगरोटा के पास इन्हें रुकने के लिए कहा गया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. आतंकी कश्मीर में बड़ी आतंकी करवाई की फिराक में थे. ये आतंकी ट्रक पर छुपे हैं. आतंकियों ने करीब 20 ग्रेनेड सुरक्षा बलों पर अब तक फेंके हैं. आतंकियों को काफी समय दिया गया, ताकि सरेंडर कर सकें. साढ़े तीन घंटे तक आतंकियों ने फायरिंग की. ये आतंकी डीडीसी के चुनाव को डिस्टर्ब करने के लिए आए हैं.

मुंबई हमले में गई थी 166 लोगों की जान

आपको बता दें, मुंबई में 26 नवंबर को हुए हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस हमले को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था और उसके 10 आतंकवादियों ने 166 बेगुनाहों को मारा था और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे. ये आतंकी 26 नवंबर को एक बोट से समंदर के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे. हमले में मुंबई पुलिस, एटीएस और एनएसजी के 11 जवान शहीद हो गए थे.

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